लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को राजधानी लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम आयोजित किया। इस मौके पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों लोगों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखीं। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक व्यक्ति से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, उनकी शिकायतें सुनीं और संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
जनता दर्शन में ज़मीन विवाद, पुलिस कार्रवाई, चिकित्सा, पेंशन, आवास और प्रशासनिक मामलों से जुड़ी शिकायतें प्रमुख रूप से सामने आईं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि हर शिकायत का निस्तारण निश्चित समयावधि में पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ किया जाए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता जनता की समस्याओं का समाधान है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि “हर पीड़ित को न्याय दिलाना सरकार की सर्वोच्च जिम्मेदारी है।”
इस दौरान मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगजनों की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ सुना और तत्काल समाधान के निर्देश दिए।
कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर ही कई शिकायतों का निस्तारण शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को जनता की समस्याओं के निवारण की सतत निगरानी करने के निर्देश भी दिए।