लखनऊ। राजधानी लखनऊ स्थित लोक भवन में शुक्रवार सुबह आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के रचयिता बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय की स्मृति को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “वंदे मातरम् केवल एक आज़ादी का गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा का वह स्वर है जो हमें कर्तव्य, एकता और त्याग के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।”
लोक भवन सभागार में आयोजित इस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय की रचना ने उस दौर में भारत को नई चेतना दी जब देश गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था। “वंदे मातरम् एक भाव है, जो तब गाया जाता है जब कोई शिक्षक अपने छात्र को संस्कार देता है, जब कोई सैनिक ईमानदारी से सीमा की रक्षा करता है, और जब कोई नागरिक अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर देश के लिए कार्य करता है — वही सच्चा वंदे मातरम् है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 100 वर्ष पूर्व देश में आई महामारी ने भारत को गहरे संकट में डाल दिया था। “उस समय भारत की जनसंख्या करीब 30 करोड़ थी और महामारी में 10 करोड़ से अधिक लोगों की मृत्यु हुई थी, परंतु भारत ने अपने आत्मबल, आस्था और मातृभूमि के प्रति समर्पण से खुद को फिर खड़ा किया। यही ‘वंदे मातरम्’ की शक्ति है।”
उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी भारतीय समाज ने एकता और त्याग की भावना से आगे बढ़कर पूरे विश्व को मानवता का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज जब भारत विश्व मंच पर नए शिखर छू रहा है, तब हर नागरिक को अपने कर्तव्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
“देशभक्ति केवल जयकारे में नहीं, बल्कि अपने कर्म में होनी चाहिए। जब हम अपने दायित्व को निष्ठा और ईमानदारी से निभाते हैं, तो हम स्वयं ‘वंदे मातरम्’ गा रहे होते हैं।”
कार्यक्रम शुक्रवार सुबह लोक भवन, लखनऊ में आयोजित हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
समारोह में शिक्षकों, विद्यार्थियों, सेना के पूर्व अधिकारी, साहित्यकार और जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
मंच से ‘वंदे मातरम्’ की स्वर लहरियों ने पूरा सभागार भावनाओं से भर दिया।
मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से कर्तव्यनिष्ठ और राष्ट्रभक्त जीवनशैली अपनाने की अपील की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले — “वंदे मातरम् भारत को एकता के सूत्र में बाँधने वाला मंत्र है”


