लखनऊ। हाल ही में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) द्वारा भगवान विष्णु को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद बढ़ गया है। इस मामले पर साधु समाज के वरिष्ठ यति नरसिंहानंद गिरि ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “हिन्दुत्व के नाम पर बनी हुई सरकारें इस व्यक्ति के खिलाफ महाभियोग चलातीं और बर्खास्त करतीं, लेकिन किसी ने विरोध करने का साहस नहीं किया।”
यति नरसिंहानंद गिरि ने इस अवसर पर यह भी कहा कि धार्मिक और सांस्कृतिक मामलों में लोगों की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए। उनका यह बयान सोशल मीडिया और विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह टिप्पणी न्यायपालिका और धार्मिक भावना के बीच संतुलन बनाए रखने के मुद्दे पर बहस को और गहरा कर सकती है।






