फर्रुखाबाद।हुए चुनावो को लेकर जिले में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष नीरज प्रताप मौर्य ने आरोप लगाया है कि जिले में 3 लाख 60 हजार वोट फर्जी पाए गए हैं, जो लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरे की घंटी हैं।
नीरज प्रताप मौर्य ने कहा कि यह सिर्फ वोट चोरी नहीं, बल्कि लोकसभा और विधानसभा की सीटों की चोरी है। उनका कहना है कि इस घोटाले में फर्रुखाबाद चुनाव कार्यालय भी शामिल है।
जिलाध्यक्ष मौर्य ने दावा किया कि कुछ दिन पहले ईवीएम मशीनों में आग लगी। उनका कहना है कि यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं थी। उन्होंने सवाल उठाया कि “आग लगी या लगाई गई?”, जिससे 360,000 वोटों की चोरी पर पर्दा डाला जा सके।
मौर्य ने चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा। उनका कहना है कि:
फर्रुखाबाद सीट पर 3.6 लाख वोट बढ़ाने में सत्ता पक्ष का दबाव था।
चुनाव आयोग ने इस प्रक्रिया में पूरा सहयोग दिया, जिसके चलते फर्जी वोटों के साथ चुनाव संपन्न हुआ।
भाजपा, सपा और बसपा को छोड़कर किसी अन्य पार्टी को बार-बार अनुरोध करने के बावजूद वोटर लिस्ट उपलब्ध नहीं कराई
नीरज प्रताप मौर्य ने कहा कि यह घोटाला देशद्रोह के समान है। उन्होंने चेतावनी दी कि फर्रुखाबाद की जनता के आशीर्वाद पर यह हमला लोकतंत्र की हत्या जैसा है। उन्होंने मांग की कि:
360,000 डुप्लीकेट वोटर की जांच कर विधानसभा और लोकसभा चुनाव रद्द किए जाएँ।
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और लोकतंत्र की शुद्धता बहाल की जाए।
खबर के सामने आने के बाद जिले में सियासी हलचल तेज हो गई है। विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता और स्थानीय जनता ने कहा कि यह मामला सत्ता और प्रशासन की मिलीभगत को उजागर करता है।
जनता में सवाल उठ रहे हैं कि क्या चुनाव आयोग दोबारा चुनाव कराने की हिम्मत रख पाएगा।
राजनीतिक विश्लेषक भी इसे उत्तर प्रदेश के चुनावी ईमानदारी पर बड़ा संकट मान रहे हैं।