चिन्मयानंद बापू ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना, कहा- यदि प्रभावित हैं तो अपना लें मुस्लिम धर्म

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मेरठ: अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक और विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के संस्थापक चिन्मयानंद बापू ने शनिवार को मेरठ में पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुए राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर तीखे बयान दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव इस्लाम धर्म से प्रभावित हैं, तो उन्हें मुस्लिम धर्म अपना लेना चाहिए। बापू ने यह भी कहा कि यह केवल वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा है और व्यक्ति को अपने जन्म धर्म का अपमान नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, “राजनीति में व्यक्ति को इतना नीच नहीं गिरना चाहिए कि अपने धर्म का ही अपमान करके सत्ता हासिल करने की कोशिश करे। ऐसा करना केवल व्यक्तिगत स्वार्थ और वोट बैंक राजनीति को बढ़ावा देता है। यदि वह हिंदू धर्म में जन्मे हैं, तो उन्हें अपने धर्म और संस्कृति का पालन करना चाहिए और हिंदुओं के पर्व, त्योहार और परंपराओं का सम्मान करना चाहिए।”

चिन्मयानंद बापू ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बारे में भी तीखा बयान देते हुए कहा कि उनके अंदर आसुरी प्रवृत्तियां आ गई हैं और वे समाज के लिए सही मार्गदर्शन नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग निजी स्वार्थ में फिजूल बयान देते हैं और उनका कोई स्थायी अस्तित्व नहीं होता।

इस अवसर पर उन्होंने मेरठ में अपने 595वें श्रीमद्भागवत कथा कार्यक्रम की भी महत्ता बताई। बापू ने कहा कि कथा का उद्देश्य केवल धार्मिक ज्ञान ही नहीं है, बल्कि यह समाज में वैचारिक क्रांति, व्यक्तिगत शांति और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने का माध्यम है। उन्होंने कहा, “धन कितना भी प्राप्त हो जाए, लेकिन असली सुख और मानसिक संतोष अध्यात्म के मार्ग से ही प्राप्त होता है।”

चिन्मयानंद बापू ने यह भी घोषणा की कि 27 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक सदर भैसाली मैदान में युवाओं के लिए विशेष संवाद सत्र आयोजित किया जाएगा। इसमें युवाओं के मन में उठ रहे सवालों का अध्यात्मिक दृष्टिकोण से समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज के युवा समाज की रीढ़ हैं और यदि उन्हें सही दिशा और मार्गदर्शन दिया जाए, तो वे धर्म, संस्कृति और नैतिक मूल्यों की धरोहर को आगे बढ़ा सकते हैं।

पत्रकार वार्ता में हर्ष गोयल, ज्ञानेंद्र अग्रवाल, डॉ. रामकुमार गुप्ता, विक्रमजीत शास्त्री, अनिल मित्तल, आलोक सिसौदिया, अमन गुप्ता समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। वार्ता के दौरान बापू ने यह भी व्यक्त किया कि युवाओं के सवालों को सुनना और उनका समाधान करना समाज और धर्म की स्थिरता के लिए बेहद जरूरी है।

बापू ने कहा कि मेरठ में कथा करना और युवाओं के साथ संवाद स्थापित करना उनके लिए गौरव की बात है। उन्होंने प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य की चिंता व्यक्त करते हुए शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।

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