“मां-पापा टैक्स भरते हैं, लेकिन सड़क पर सिर्फ गड्ढे और कीचड़” – नौनिहालों की कविता में
बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के कनकपुरा रोड के पास ज्यूडिशियल लेआउट इलाके में रहने वाले बच्चों ने अपनी कॉलोनी की खस्ता सड़कों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को एक अनोखे अंदाज़ में शिकायत भेजी है। छोटे-छोटे बच्चों ने एक कविता के रूप में खत लिखा है, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी और CM सिद्धारमैया (CM Siddaramaiah) को “ठठा” (दादाजी) कहकर संबोधित करते हुए पूछा है।
“मोदी ठठा, सिद्धारमैया ठठा, हमारी सड़क ऐसी क्यों है? जहां भी देखो, गड्ढों, पत्थरों और कीचड़ से भरी है।” बच्चों ने अपने खत में लिखा है – “पिताजी टैक्स भरते हैं, मां टैक्स भरती हैं, लेकिन जहां भी देखो, गड्ढे, पत्थर और कीचड़ ही हैं। वे पेट्रोल पर टैक्स देते हैं, डीजल पर टैक्स देते हैं, कारों पर टैक्स देते हैं, लेकिन हमारी सड़कों का हाल नहीं सुधरता।”
उन्होंने आगे पूछा – “मोदी ठठा, सिद्धारमैया ठठा, आप हमारी सड़क कब ठीक करोगे? बच्चे एक अच्छी सड़क का इंतज़ार कर रहे हैं।”
निवासियों ने भी जताई नाराज़गी
इलाके के निवासियों का कहना है कि पिछले डेढ़ साल से सड़कें टूटी पड़ी हैं और स्ट्रीट लाइटें भी नहीं लगी हैं। बार-बार शिकायत करने के बावजूद किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया। निवासियों ने इससे पहले भी एक अनोखे प्रदर्शन में गड्ढों के पास गमले रखकर विरोध दर्ज कराया था। यहां तक कि एक बुजुर्ग व्यक्ति गड्ढे के भीतर बैठ गया था, ताकि नगर निगम और प्रशासन का ध्यान इस ओर खींचा जा सके।
नवगठित ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी के अधीन इलाका
यह इलाका हाल ही में गठित ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी के अंतर्गत आता है, जिसने तेज़ी से बढ़ते शहर में नागरिक सुविधाओं के बेहतर प्रबंधन के लिए BBMP (बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका) से कार्यभार संभाला है। लेकिन स्थानीय लोग आरोप लगाते हैं कि प्रशासनिक बदलाव का कोई असर जमीन पर नहीं दिख रहा है। बुनियादी सुविधाओं की कमी ने लोगों की परेशानियां और बढ़ा दी हैं।
बच्चों का यह खत सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। लोग इसे ‘निर्दोष मासूमों की आवाज़’ बता रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि शायद अब सरकार और प्रशासन नींद से जागकर इस मोहल्ले की टूटी सड़कों की मरम्मत करवाए।


