बीजापुर: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर (Bijapur) जिले के वन और पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 5 लाख रुपये के इनाम वाले एक वरिष्ठ माओवादी (Naxalite) पदाधिकारी को मार गिराया गया। यह बस्तर क्षेत्र में वामपंथी उग्रवाद के लिए एक और बड़ा झटका है। बीजापुर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) द्वारा क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी के बारे में विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर तलाशी अभियान शुरू करने के बाद भैरमगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के अदावाड़ा-कोटमेटा वन क्षेत्र में गोलीबारी हुई।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी सुबह करीब 6 बजे शुरू हुई और रुक-रुक कर जारी रही। बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने पुष्टि की कि अभियान के दौरान एक माओवादी मारा गया और मुठभेड़ स्थल से हथियार और अन्य सामग्री बरामद की गई। उन्होंने कहा, तलाशी अभियान के दौरान एक माओवादी का शव हथियारों और अन्य माओवादी सामग्री के साथ बरामद किया गया। आसपास के क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है।
पुलिस ने मृतक की पहचान फागनू माडवी के रूप में की, जिसकी उम्र लगभग 35 वर्ष थी और वह बीजापुर पुलिस थाना क्षेत्र के गोरना गांव का निवासी था। अधिकारियों के अनुसार, वह भैरमगढ़ क्षेत्र समिति का क्षेत्रीय समिति सदस्य (एसीएम) था और क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था। उसकी गिरफ्तारी के लिए 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
मौके से बरामद की गई वस्तुओं में एक .303 राइफल (एक मैगज़ीन और तीन राउंड के साथ), एक 9 मिमी पिस्टल (एक मैगज़ीन और नौ राउंड के साथ), विस्फोटक सामग्री, दो स्कैनर सेट, एक रेडियो सेट, एक मेडिकल किट, कार्डेक्स तार, एक माओवादी बैग, एक पिस्टल पाउच और माओवादी पर्चे शामिल हैं।बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पट्टालिंगम ने कहा कि सुरक्षा बलों की निरंतर और समन्वित कार्रवाई से क्षेत्र में माओवादी गतिविधियां कमजोर हुई हैं। उन्होंने सक्रिय माओवादी कार्यकर्ताओं से हिंसा छोड़ने और सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाने की अपील की।


