फर्रुखाबाद: छठ पूजा (Chhath Puja) के तीसरे दिन गंगा तट पांचाल घाट पर पूर्वांचल विकास समिति के बैनर तले अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देकर पूजन किया गया। व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया व भगवान सूर्य और छठी मैया की उपासना की। छठ पूजा के तीसरे दिन की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 40 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 57 मिनट तक रहा। इस दौरान व्रतियों ने जल में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।
अर्घ्य के लिए बांस की टोकरी और सूप में ठेकुआ, नारियल, गन्ना, केला, फल और अन्य प्रसाद सजाए।व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हुए शाम के समय भगवान सूर्य देव को संध्या अर्घ्य देने पहुंचे।यह पूजा पापों के नाश और सकारात्मक ऊर्जा के संचार का प्रतीक है। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने से व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य, समृद्धि और मानसिक शांति मिलती है।
छठ पूजा का आयोजन जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश देश भर में पूरी श्रद्धा के साथ किया जा रहा है। पूर्वांचल विकास समिति के संयोजक केदार शाह ने बताया कि पूरी श्रद्धा के साथ पूजा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूर्वांचल झारखंड इतिहास बिहार हथियार के निवासी मूल रूप से पूजा कर रहे हैं।


