– 15 गत्तों में रखी सरकारी दवाओं को जलाया गया, विभागीय लापरवाही पर उठे सवाल — CMO ने जांच के आदेश दिए
उन्नाव।
जिले के सफीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां लाखों रुपये की सरकारी दवाइयां जलाकर नष्ट कर दी गईं। इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है।
जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य केंद्र परिसर में करीब 15 गत्तों में भरी हुई दवाइयों को आग के हवाले कर दिया गया। इनमें जीवन रक्षक दवाइयां भी शामिल बताई जा रही हैं, जिनकी कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है।
स्थानीय लोगों ने जब अस्पताल के पीछे उठता धुआं देखा तो मौके पर जाकर पूरी घटना की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि ये दवाइयां एक्सपायरी डेट की थीं, जिन्हें बिना उच्चाधिकारियों की अनुमति के जला दिया गया।
मामले की जानकारी मिलते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने तुरंत संज्ञान लिया और CHC प्रभारी एवं फार्मासिस्ट से स्पष्टीकरण (जवाब) तलब किया है। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के दवाओं को जलाना गंभीर लापरवाही है और इसकी पूरी जांच कराई जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, जलाए गए दवा कार्टन में कई तरह की सामान्य बीमारियों की दवाएं, इंजेक्शन और सिरप शामिल थे। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि “यदि ये दवाएं उपयोग योग्य थीं, तो इन्हें गरीब मरीजों तक क्यों नहीं पहुंचाया गया?”
CMO ने कहा कि यदि जांच में गड़बड़ी या दवाओं के अनियमित निस्तारण की पुष्टि होती है, तो संबंधित जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।





