लखनऊ| उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव बहाल कराने के संकेत देते हुए कहा कि वह इसके पक्षधर हैं और इस दिशा में प्रयास करेंगे। जरूरत पड़ने पर इस विषय पर मुख्यमंत्री से भी चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि छात्र राजनीति ने ही उन्हें पहचान दी है और लखनऊ विश्वविद्यालय से जुड़े अनुभवों को वह कभी नहीं भूल सकते। दिल्ली विश्वविद्यालय में हर वर्ष अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की सफलता इस बात का प्रमाण है कि देश की छात्रशक्ति राष्ट्रवाद के साथ मजबूती से खड़ी है।
डिप्टी सीएम रविवार को शहर के डायट ऑडिटोरियम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बृज प्रांत के 66वें अधिवेशन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। अपने भाषण में उन्होंने वंदे मातरम् को लेकर समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब देश की संसद और प्रदेश की विधानसभा में वंदे मातरम् पर विचार-विमर्श हुआ, तब यह साफ दिखा कि राष्ट्रविरोधी सोच रखने वाले लोग, भले ही बड़े संवैधानिक पदों पर हों, वंदे मातरम् का गान नहीं कर पाते। सपा के लोगों के वंदे मातरम् गाते समय होंठ सिल जाते हैं और उन्हें पेट में दर्द होने लगता है।
डिप्टी सीएम ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाला बताते हुए उनसे एसआईआर के कार्य में सक्रिय रूप से जुटने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश की एकता और अखंडता को मजबूत करना युवाओं की बड़ी जिम्मेदारी है। एसआईआर को लेकर विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें किसी का नाम नहीं काटा गया है, केवल वही वोट नहीं मिल रहे हैं जिनका कोई अता-पता नहीं है।
उन्होंने कहा कि बिहार में एसआईआर के बाद हुए चुनाव में भाजपा गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला, इसी वजह से विपक्ष बेचैन है। यूपी में भी वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 70 से 80 प्रतिशत तक जाने की संभावना है और प्रदेश में सपा का गुंडाराज नहीं लौटेगा, बल्कि फिर से भाजपा की सरकार बनेगी।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य, एमएलसी वागीश पाठक, केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉ. निधि बहुगुणा, प्रांत अध्यक्ष सौरभ सेंगर, प्रांत मंत्री आनंद कठेरिया और प्रांत सह मंत्री पायल गिहार समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।






