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Monday, August 18, 2025

नगर में गूंजे जय जगन्नाथ के स्वर, रथ यात्रा बनी भक्ति महोत्सव

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आस्था की परंपरा: भगवान जगन्नाथ की नगर में धूमधाम से निकली भव्य रथ यात्रा

365 वर्षों की परंपरा को श्रद्धालुओं ने किया नमन, भक्ति में डूबा पीलीभीत

 

पीलीभीत: उड़ीसा के पुरी की तर्ज पर शहर में 365 वर्ष प्राचीन ऐतिहासिक भगवान श्री जगन्नाथ (Jai Jagannath) स्वामी की भव्य-दिव्य विशाल रथ यात्रा परंपरागत ढंग से निकाली गई। रथ यात्रा (Rath Yatra) का शुभारंभ निर्मल अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं अक्रिय धाम के पीठाधीश्वर/बरखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक स्वामी प्रवक्तानंद ने पूजा अर्चना के बाद आरती उतार कर किया।

भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा पर जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा की। भजनों की मधुर धुन पर लोग झूमते नाचते थिरकते नजर आए। रथ यात्रा में भूत प्रेतों की टोली भगवान भोले शंकर के भजनों पर नृत्य दिखाकर आकर्षण का केंद्र बनी रही। मोहल्ला मोहितशिम खां (चरक का कुआं) स्थित मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया।

भगवान श्री जगन्नाथ जी, बहन सुभद्रा जी और भाई बलराम जी की प्रतिमाएं सजे-धजे रथ पर विराजमान करने के बाद मंदिर महाप्रभु श्री जगन्नाथ धाम के प्रबंधक आचार्य व प्रधान सेवक पं. हरीश चंद्र शंखधार, आचार्य विष्णु शंखधार, आचार्य विजय शंखधार ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महामंडलेश्वर से पूजन कार्य कराया। उसके उपरांत महामंडलेश्वर में भगवान जगन्नाथ जी महाराज की आरती उतारी।

आचार्य व प्रधान सेवक पं. हरीश चंद्र शंखधार ने महामंडलेश्वर स्वामी प्रवक्तानंद व उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अनूप अग्रवाल को भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व बड़े भाई बलभद्र की तस्वीर भेंट की और पटका पहनाकर सम्मानित किया। रथ यात्रा के दौरान शहर में भगवान जगन्नाथ की जगह-जगह पूजा अर्चना का कार्य आचार्य विष्णु शंखधार ने संपन्न कराया।

रथ यात्रा को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु गली मोहल्ले व चौराहों पर नजर आए। रथ यात्रा के साथ लोक कलाकार राधा कृष्ण की वेशभूषा में रासलीला करते चल रहे थे। ब्रज की होली की झांकी ने लोगों को झूमने पर विवश कर दिया। यात्रा में राधा कृष्ण, दुर्गा व भगवान जगन्नाथ सहित तमाम देव स्वरूपों की भव्य झांकियां शामिल रहीं। अघोरियों का अखाड़ा देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी।

जैसे ही यात्रा प्रारंभ हुई, पूरे नगर में उल्लास का माहौल बन गया। यात्रा में शामिल झांकियों ने पूरे नगर में भक्तिभाव का ऐसा वातावरण बना दिया, जिससे श्रद्धालु भी झूमते रहे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क रहा। नगर पंचायत नौगवां पकड़िया की चेयरमैन संदीप कौर संधू ओर से रथ यात्रा में पानी के टैंकर की व्यवस्था की गई। विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए शीतल जल व प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था रही।

व्यवस्था में नगर पालिका की सभासद पुष्पा उपाध्याय, हिंदू महासभा के प्रांतीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा, लक्ष्मीकांत शर्मा, ब्राह्मण कल्याण समिति के अध्यक्ष राजेश मिश्रा, ब्राह्मण कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष आचार्य सूर्य प्रकाश शर्मा, निर्मल कांत शुक्ल, राजीव त्रिवेदी विनोद कुमार शर्मा अभी संचित मिश्रा अमित मिश्रा शुभम मिश्रा सुमित वेद प्रकाश उपाध्याय आदि का सहयोग रहा।

डोरी लाल फाटक पर रथ यात्रा का स्वागत एवं कढ़ी चावल का भंडारा हरिओम बाजपेई, विनोद तिवारी, मुकेश राजानी, चिरंजीव गौर, पवन सक्सेना, वरुण श्रीवास्तव आदि ने किया।

इन मार्गों से होकर गुजरी रथयात्रा

रथ यात्रा मोहल्ला मोहितशिम खां से प्रारंभ होकर कम्मूमल कमलेश्वर नाथ मंदिर से शरीफ खां चौराहा, झंडेवाला चौराहा, भजनलाल के मंदिर से सकटूमल की पाकड़, चरक का कुआं, इमली चौराहा, साहूकारा होते हुए जमुनी चौराहा पहुंची। रंगीलाल चौराहा, रिक्शा स्टैंड से स्टेशन रोड पर थाना सुनगढ़ी से रामा कालेज रोड से काला मंदिर, लेखराज चौराहा, बजरिया से होते हुए खूबचंद मंदिर, रघुवर दयाल की कोठी से पुरानागंज होकर लोहा मंडी से जेपी रोड चौक बाजार पहुंची।

इसके बाद गौरीशंकर मंदिर से वापस चौक बाजार से शिवकुमार शर्मा के मकान के पास से इमली के चौराहा होकर पांच पीरों का कुआं से फिर कम्मूमल कमलेश्वर नाथ मंदिर होते हुए मंदिर महाप्रभु श्री जगन्नाथ धाम पर जाकर देर रात समाप्त हुई।

आचार्य व प्रधान सेवक पं. हरीश चंद्र शंखधार ने बताया कि 28 जून शनिवार को अग्रवाल सभा भवन प्रांगण नंबर एक में जगन्नाथ रसोई (भंडारा) पूर्वाहन 12:00 बजे से आरंभ होगा, जोकि शाम तक चलेगा।

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