लखनऊ। समाजसेवी और सक्रिय जनप्रतिनिधि चंद्रशेखर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बेटी शिक्षा योजना को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि योजना के चार साल बीत जाने के बावजूद इसका कोई क्रियान्वयन नहीं हुआ है।
चंद्रशेखर ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने 2 अक्तूबर 2021 को घोषणा की थी कि एक परिवार की दूसरी बेटी की ट्यूशन फीस या तो संबंधित संस्था द्वारा माफ की जाएगी या राज्य सरकार उसकी प्रतिपूर्ति करेगी। यह योजना बेटियों के अधिकार और उनके उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी
चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार की लगातार टालमटोल और योजना का जमीनी स्तर पर न लागू होना साफ़ तौर पर वादाखिलाफी, लापरवाही और जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ है। उनका कहना है: “यह केवल निंदनीय नहीं है, बल्कि बेटियों और उनके परिवारों के साथ किया गया खुला धोखा है। सामाजिक न्याय के मूल्यों का भी अपमान हुआ है। सरकार की उदासीनता और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण बेटियों के अधिकार बंधक बने हुए हैं।”
चंद्रशेखर ने Government of UP से मांग की है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तत्काल आदेश जारी करें और इस योजना को जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू करें। उन्होंने चेतावनी दी कि बेटियों के भविष्य से खिलवाड़ और वादाखिलाफी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि योजना का लंबित रहना न केवल बेटियों के शिक्षा अधिकारों को प्रभावित कर रहा है, बल्कि इससे राजनीतिक विश्वसनीयता और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर भी प्रश्न उठते हैं।
योजना के बिना क्रियान्वयन से परिवारों और छात्रों के बीच निराशा बढ़ी है।
अधिकारी और संबंधित विभाग लगातार टालमटोल की नीति अपनाकर जनता को असमर्थ महसूस करा रहे हैं।
चंद्रशेखर ने चेताया कि इस योजना में देरी और लापरवाही जनता के विश्वासघात के बराबर है।
*चंद्रशेखर की मांग: तत्काल आदेश और जमीनी कार्यान्वयन।
बेटियों के भविष्य से खिलवाड़ और वादाखिलाफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।*