– लापरवाह सचिवों पर गिरेगी गाज, कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश
फर्रुखाबाद: मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार गौड़ (CDO Vinod Kumar Gaur) ने गुरुवार को पंचायत सचिवों की समीक्षा बैठक में कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ग्राम निधि खातों में पर्याप्त धनराशि होने के बावजूद गांवों में विकास कार्य न कराना सचिवों की अकर्मण्यता को दर्शाता है। सीडीओ ने स्पष्ट कहा कि जो सचिव विकास कार्यों में सुस्ती दिखा रहे हैं, उनके विरुद्ध कार्रवाई तय है।
उन्होंने निर्देश दिए कि पंचायत सहायकों और सामुदायिक शौचालयों के केयरटेकरों का लंबित भुगतान तत्काल किया जाए। साथ ही, जिला पंचायत राज अधिकारी को आदेश दिया कि बैठक में अनुपस्थित सचिवों और जिनके खातों में अत्यधिक अवशेष धनराशि पाई गई है, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करें।
सीडीओ गौड़ ने कहा कि आईजीआरएस में प्राप्त शिकायतों का मौके पर जाकर निस्तारण सुनिश्चित किया जाए ताकि जनता को शीघ्र न्याय मिल सके। उन्होंने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्रों के निर्माण को प्राथमिकता देने और उन्हें शीघ्र संचालित कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ग्रामवासियों से यूजर चार्ज वसूलने और फैमिली आईडी कार्य शीघ्र पूर्ण करने पर भी बल दिया।
उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाएगा जबकि लापरवाह कर्मियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी श्याम कुमार तिवारी ने कहा कि सभी सचिव शासन द्वारा संचालित योजनाओं को पूर्ण रूप से अपनी ग्राम पंचायतों में लागू करें।
जिला पंचायत राज अधिकारी राजेश चौरसिया ने जानकारी दी कि बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने वाले सचिव रंजीत यादव, रविंद्र सिंह, अतुल अग्निहोत्री, विनय कुमार सिंह, मोतीलाल यादव, अमित शुक्ला, अभय प्रताप तथा अत्यधिक अवशेष धनराशि रखने वाले सचिव शिवपाल सिंह, अनुपम बाजपेई, आकांक्षा सक्सेना, नीरू दीक्षित, राजीव गौतम, सौरभ कुमार, विवेक कुमार, प्रशांत कटियार एवं अमित यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किए जा रहे हैं। बैठक में डीपीएम विजय पाल, सत्यनारायण सिंह तथा संबंधित एडीओ पंचायत मौजूद रहे।


