चंदौली। रेलवे की डिपार्टमेंटल परीक्षा ( Railway Departmental Examination Scam) में धांधली के खिलाफ CBI ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चंदौली के कई स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान परीक्षा के पेपर को हल करते हुए लोको पायलटों को रंगे हाथों पकड़ा गया। लखनऊ से आई CBI की टीम ने मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के भागीरथी कॉलोनी और कालीमहाल इलाकों में छापेमारी की, जिससे पीडीडीयू रेल मंडल में हड़कंप मच गया।
CBI को सूचना मिली थी कि रेलवे की डिपार्टमेंटल परीक्षा के लिए पेपर लीक हुआ है और परीक्षा से पहले ही कुछ लोगों को यह पेपर उपलब्ध कराया गया है। इस सूचना के आधार पर CBI के डिप्टी एसपी के नेतृत्व में 12 से अधिक अधिकारियों की टीम ने भागीरथी कॉलोनी और कालीमहाल इलाके में छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान CBI ने लोको पायलटों को परीक्षा के प्रश्न पत्र हल करते हुए पकड़ा। इसके अलावा, परीक्षा में इस्तेमाल किए जाने वाले पेपर भी बरामद किए गए।
CBI ने इस छापेमारी में कुल 26 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें कई लोको पायलट भी शामिल हैं। ये सभी लोग रेलवे की डिपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने वाले थे और इनका प्रमोशन इस परीक्षा के माध्यम से होना था।
रेल मंडल में अचानक हुई इस छापेमारी से रेलवे प्रशासन और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारियों के अनुसार, CBI की टीम हिरासत में लिए गए लोगों से पीडीडीयू रेल मंडल कार्यालय में पूछताछ कर रही है।
CBI टीम ने इस पूरी कार्रवाई को बेहद गोपनीय रखा और मीडिया से दूरी बनाए रखी। अब इस मामले में आगे और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। CBI यह भी जांच कर रही है कि पेपर लीक के पीछे कोई बड़ा रैकेट तो नहीं है।
रेलवे की परीक्षाओं में गड़बड़ी की यह कोई पहली घटना नहीं है, लेकिन इस बार CBI की त्वरित कार्रवाई से बड़े खेल का पर्दाफाश हुआ है। रेलवे में होने वाली डिपार्टमेंटल परीक्षाओं की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं, और इस मामले में आगे रेलवे प्रशासन की भूमिका भी जांच के दायरे में आ सकती है।