न्यायालय के आदेश पर – मोहम्मदाबाद कोतवाली पुलिस ने की एफआईआर, मृतक के पिता ने लगाए गंभीर आरोप
मोहम्मदाबाद (फर्रुखाबाद): ग्राम नगला मान्धाता (Village Nagla Mandhata) निवासी जदुवीर सिंह ने अपने मृतक पुत्र अर्जुन कुमार की आत्महत्या (suicide) को लेकर पत्नी, सास, ससुर और ददिया ससुर पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्यायालय के आदेश पर कोतवाली मोहम्मदाबाद (PS Mohammadabad) में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। यह मुकदमा पत्नी ज्योती, उसकी मां लली देवी, पिता दिनेश सिंह और बाबा शीशराम के खिलाफ धारा 306, 504, 506 सहित अन्य धाराओं में दर्ज किया गया है।
जदुवीर सिंह के अनुसार, उन्होंने अपने छोटे पुत्र अर्जुन की शादी बिना दहेज के 10 दिसंबर 2020 को मलोखर निवासी ज्योती से की थी। शादी के बाद से ही पत्नी का व्यवहार ठीक नहीं था। वह मनमर्जी से आती-जाती और ससुराल में कम ही समय बिताती थी। रहने के दौरान वह घर में विवाद करती और पूरे परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित करती थी।
पीड़ित ने बताया कि जब पत्नी घर पर रहती थी, तो उसकी मां लली देवी भी आकर झगड़ा कराती और पुत्र अर्जुन को अपमानित करती थी। वह अर्जुन पर शहर में अलग रहने का दबाव बनाती थी और बच्चों को लेकर चली जाने की धमकी देती थी। अर्जुन ने इस विषय में अपने ससुराल पक्ष के लोगों से कई बार शिकायत की, लेकिन उन्हें भी तिरस्कार और अपमान ही मिला।
जदुवीर ने आरोप लगाया कि उनकी बहू का एक युवक रंजीत से संबंध था और जब अर्जुन ने इसका विरोध किया, तो पत्नी और सास उसे आत्महत्या के लिए उकसाने लगीं। 30 मार्च 2025 को ज्योती ने घर में झगड़ा किया और अपने परिवार के अन्य सदस्यों को बुला लिया। चारों लोग घर आकर गाली-गलौज करने लगे और अर्जुन को भला-बुरा कहकर अपमानित किया।
शाम को अर्जुन ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों और परिवार के अन्य लोगों की मौजूदगी में जब दरवाजा तोड़ा गया, तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। मरने से पहले अर्जुन ने अपने पिता व गांव के लोगों से कहा था कि उसके ससुराल के लोग उसे आत्महत्या के लिए उकसा रहे हैं।
1 मई 2025 को अर्जुन का पंचायतनामा और पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद मृतक की पत्नी और उसका परिवार जेवरात और दोनों बच्चों को लेकर फरार हो गया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिस को कई बार प्रार्थना पत्र दिए गए, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। अंततः न्यायालय की शरण लेनी पड़ी। न्यायालय के आदेश पर थाना प्रभारी विनोद कुमार शुक्ल ने मुकदमा पंजीकृत कर निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस भी अब सक्रिय हो गई है।