नई दिल्ली: देश में उपराष्ट्रपति (Vice President) पद के लिए हुए चुनाव में सी.पी. राधाकृष्णन (C.P. Radhakrishnan) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराकर प्रचंड बहुमत के साथ उपराष्ट्रपति पद हासिल किया। इस जीत के साथ वे भारत के 15वें उपराष्ट्रपति बन गए हैं।
चुनाव परिणाम
आवश्यक वोट: 391
सी.पी. राधाकृष्णन को मिले वोट: 422 ✅
विपक्ष को मिले वोट: 312 ❌
यह नतीजा राधाकृष्णन की लोकप्रियता और सत्तारूढ़ दल की मजबूत पकड़ को दर्शाता है। आवश्यक बहुमत से काफी ज्यादा वोट पाकर उन्होंने साफ संदेश दिया कि संसद में उन्हें व्यापक समर्थन हासिल है। मतगणना पूरी होते ही संसद भवन में “विजयी भव” और तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और कई केंद्रीय मंत्रियों ने राधाकृष्णन को व्यक्तिगत रूप से बधाई दी। वहीं विपक्षी खेमे ने भी लोकतांत्रिक परंपरा निभाते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
राधाकृष्णन तमिलनाडु से आते हैं और लंबे समय से सक्रिय राजनीति में सक्रिय रहे हैं।
वे दो बार कोयंबटूर से सांसद रह चुके हैं। सादगी, स्वच्छ छवि और संगठनात्मक क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उन्हें दक्षिण भारत में पार्टी का मजबूत चेहरा माना जाता है। भारत का उपराष्ट्रपति राज्यसभा का सभापति भी होता है। ऐसे में राधाकृष्णन अब संसद के ऊपरी सदन की कार्यवाही का संचालन करेंगे।
उनसे उम्मीद है कि वे सदन में गरिमा, शांति और संतुलन बनाए रखेंगे। उनकी संसदीय समझ और अनुभव से संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने की संभावना है।
देशभर से नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई दी। सोशल मीडिया पर भी राधाकृष्णन को शुभकामनाएं देने वालों की बाढ़ आ गई है। लोगों का मानना है कि उनका कार्यकाल भारत की विकास यात्रा को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और देश को एक नए आयाम पर पहुंचाएगा।