क्षेत्राधिकारी थाना अध्यक्ष कानून को लेखपाल की मौजूदगी में हुई कार्रवाई
अमृतपुर/फर्रुखाबाद: कस्बा अमृतपुर में बीते शनिवार से सरकारी जमीन पर किए जा रहे निर्माण कार्य को लेकर छिड़ा विवाद आखिरकार थम गया है। मंगलवार को निर्माण कराने वालों ने स्वयं ही निर्माण कार्य को Bulldozer से ध्वस्त करना शुरू किया तो प्रशासन बिहार का में आ गया उल्लेखनीय है कि शनिवार को कस्बे में सरकारी भूमि पर निर्माण कार्य शुरू होने पर स्थानीय लोगों व हिंदू संगठनों ने विरोध जताया था। सोमवार को संगठनों के प्रतिनिधियों ने तहसील अमृतपुर पहुंचकर उपजिलाधिकारी संजय कुमार सिंह को ज्ञापन देकर निर्माण कार्य पर रोक लगाने की मांग की थी।
एसडीएम ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया था।इसी क्रम में सोमवार को तहसीलदार शशांक सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम ने मौके पर जाकर भूमि का निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि जिस स्थान पर निर्माण कार्य किया जा रहा था, वह भूमि राजस्व अभिलेखों में सरकारी (खसरा दर्ज भूमि) के रूप में दर्ज है।प्रशासनिक कार्रवाई की संभावना को देखते हुए।
मंगलवार को निर्माण कराने वालों ने स्वेच्छा से निर्माण गिरने लगे लेकिन निर्माण कार्य ध्वस्त ना होता देख मौके पर मौजूद क्षेत्राधिकारी थाना अध्यक्ष की अगुवाई में अमृतपुर सचिव व लेखपाल धर्मेंद्र त्रिपाठी के द्वारा मौके पर बुलडोजर बुलवाया गया इसके बाद मजार व मस्जिद परभणी दीवाल के ऊपर बुलडोजर घर जा आधे घंटे के अंदर सारा अतिक्रमण ढहा दिया शांति व्यवस्था को कम करने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा जिससे क्षेत्र में शांति बनी रही।
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि भूमि की स्थिति व स्वामित्व को लेकर आगे की प्रक्रिया नियमानुसार पूरी की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे विवाद दोबारा उत्पन्न न हों। वहीं उप जिला अधिकारी संजय सिंह ने बताया है कि अगर दोबारा अतिक्रमण किया गया तो संबंधित के विरोध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी


