फर्रुखाबाद| उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ ने शुक्रवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनुपम अवस्थी को मुख्यमंत्री के नाम सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने का नेतृत्व जिला अध्यक्ष ऋषिपाल सिंह यादव ने किया। इस दौरान बड़ी संख्या में शिक्षा मित्र मौजूद रहे और उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को अब उनके जीवनयापन और भविष्य को लेकर ठोस कदम उठाने होंगे।
संघ की प्रमुख मांगों में शिक्षामित्रों के लिए जीविकोपार्जन हेतु स्थाई समाधान करना शामिल है। साथ ही मृतक शिक्षा मित्रों के आश्रित परिवारों को आर्थिक सहायता राशि प्रदान कर उनके परिजनों को नौकरी देकर परिवार की जीविका सुरक्षित करने की मांग की गई। शिक्षामित्रों ने मेडिकल रीकवर और मेडिकल एवं आकस्मिक अवकाश की सुविधा उपलब्ध कराने की भी मांग उठाई।
ज्ञापन में वर्ष 2018 के जनवरी, फरवरी और मार्च महीने का लंबित मानदेय तत्काल दिलाने, शिक्षामित्रों को पुनः मूल विद्यालय में स्थानांतरित करने और महिला शिक्षामित्रों को ससुराल पक्ष के विद्यालयों में स्थानांतरण का अवसर दिए जाने पर भी जोर दिया गया। इसके साथ ही समर कैंप का बकाया मानदेय भी तत्काल जारी करने की मांग की गई।
संघ के नेताओं ने कहा कि लंबे समय से शिक्षामित्र असुरक्षा और उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। नियमितीकरण और स्थाई समाधान के अभाव में उनका भविष्य अधर में लटका हुआ है। सरकार को चाहिए कि शिक्षामित्रों की पीड़ा और वास्तविक समस्याओं को समझकर शीघ्र निर्णय ले।
इस मौके पर जिला सचिव विजय गंगवार, मीडिया प्रभारी प्रवीन कटियार, वरिष्ठ सदस्य नित्य प्रकाश वर्मा सहित बड़ी संख्या में शिक्षा मित्र मौजूद रहे और उन्होंने एक स्वर में अपनी मांगों को दोहराते हुए आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।