एटा/फर्रुखाबाद: जैथरा क्षेत्र स्थित सैकड़ों वर्ष पुराने प्राचीन शिव मंदिर जिरौलिया और उससे जुड़ी सड़क की जर्जर स्थिति को लेकर वर्षों से संघर्ष कर रहे भाजपा नेता नीरज दीक्षित के प्रयास आखिरकार रंग लाए। उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने इस गंभीर समस्या का संज्ञान लेते हुए 15 जून को संबंधित विभागों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश जारी कर दिए हैं।
यह मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि इससे जुड़ी सड़क पर एक प्राइमरी और एक जूनियर स्कूल भी स्थित है, जिससे शिव भक्तों, कांवड़ियों, स्कूली बच्चों और स्थानीय जनता को लंबे समय से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। शिव तेरस और सावन के अवसर पर यहां हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन सड़क की खस्ताहालत के कारण उन्हें भारी दिक्कतें उठानी पड़ती थीं। नीरज दीक्षित ने बताया कि वह बीते कई वर्षों से सड़क निर्माण और मंदिर सौंदर्यीकरण के लिए लगातार प्रशासनिक व राजनीतिक स्तर पर प्रयासरत रहे हैं।
पिछले वर्ष 25 से 27 जुलाई 2024 तक उन्होंने भूख हड़ताल भी की थी, जिसके बाद प्रशासन ने तीन महीने में सड़क निर्माण का आश्वासन देकर अनशन खत्म कराया था। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी एक ईंट तक नहीं रखी गई, जिससे जनता में गहरा आक्रोश व्याप्त था।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नीरज दीक्षित ने 16 जून को भू समाधि लेने का संकल्प कर लिया था। जैसे ही यह सूचना डिप्टी सीएम बृजेश पाठक तक पहुंची, उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए पर्यटन मंत्री को पत्र लिखकर निर्देश दिया कि मंदिर का सौंदर्यीकरण और सड़क निर्माण का कार्य प्राथमिकता पर शुरू कराया जाए। इस निर्णय के बाद क्षेत्र में शिव भक्तों, स्कूली छात्रों, अभिभावकों और स्थानीय जनता में हर्ष की लहर दौड़ गई है।
जनता ने बृजेश पाठक जी और भाजपा नेता नीरज दीक्षित का आभार प्रकट करते हुए कहा कि अब उन्हें वर्षों पुरानी समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है। अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि शासन-प्रशासन इस आदेश को जमीनी स्तर पर कब और कैसे अमल में लाता है, ताकि श्रद्धालुओं और बच्चों को सुरक्षित व सुविधाजनक मार्ग मिल सके।