इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी की मानवता भरी पहल बनी समाज के लिए मिसाल
लखनऊ/आशियाना: इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी (Indian Helpline Society) की ओर से चलाई जा रही ‘बृज की रसोई’ (Brij ki Rasoi) एक बार फिर मानवता की मिसाल बनकर सामने आई है। रविवार को आशियाना क्षेत्र में संस्था के स्वयंसेवकों ने चिन्हित स्थलों, सड़कों और झुग्गियों में रह रहे अकिंचन, बेसहारा, दिव्यांग, श्रमिक, बुजुर्ग और बच्चों को गरिमा और स्नेह के साथ निशुल्क पौष्टिक भोजन वितरित किया।
कार्यक्रम का नेतृत्व संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा ने किया, जिसमें स्वयंसेवकों ने पूरी निष्ठा के साथ सहभागिता निभाई। इस सेवा कार्य में न केवल स्वादिष्ट बल्कि स्वास्थ्यवर्धक भोजन—दाल और चावल—लगभग 1170 जरूरतमंदों को वितरित किया गया। मीडिया प्रभारी दीपक भुटियानी ने बताया कि संस्था का उद्देश्य सिर्फ भूख मिटाना नहीं, बल्कि ज़रूरतमंदों को आत्मसम्मान के साथ भोजन उपलब्ध कराना है। भोजन वितरण के दौरान स्वच्छता और सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा गया।
मुकेश कनौजिया ने इस कार्य को समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की सच्ची सेवा बताया। वहीं दिनेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि यह पहल उन लोगों के मन में इंसानियत की लौ जलाती है जो हताश हैं। भोजन पाकर कई लाभार्थियों की आंखों में संतोष और दिलों में आभार साफ झलक रहा था।
सूरज पाण्डेय ने बताया कि इस बार की सेवा में भी दाल-चावल परोसा गया और लोगों ने इसे आनंदपूर्वक ग्रहण किया। संजय श्रीवास्तव ने बताया कि इस पुनीत कार्य में दीपक भुटियानी, नबल सिंह, मुकेश कनौजिया, दिनेश कुमार पाण्डेय सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। कार्यक्रम के समापन पर संस्थापक विपिन शर्मा ने सभी सहयोगियों, स्वयंसेवकों और समाजसेवियों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि बृज की रसोई न केवल भोजन देती है, बल्कि समाज में करुणा, सहयोग और सेवा भावना को भी जीवित रखती है।