फर्रुखाबाद। संकिसा में हाल ही में आयोजित बौद्ध महोत्सव के दौरान राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। वीडियो कुछ दिन पुराना होने के बावजूद अब तेजी से वायरल हो रहा है।
मौर्य ने महोत्सव में अपने संबोधन के दौरान कहा कि ब्राह्मणों से सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने अपने समाज के लोगों से अपील की कि वे सत्ता परिवर्तन के अभियान में उनका साथ दें और बौद्ध धर्म अपनाने का संकल्प लेकर जाएं।
अपने भाषण में उन्होंने मनुवाद और ब्राह्मणों पर तीखे शब्दों का प्रयोग किया। मौर्य ने कहा कि “ये लोग देवी-देवताओं के साथ उनकी सवारी गधा, उल्लू, चूहा की पूजा करते हैं, लेकिन गधा और मछली पालन करने वाले शोषित समाज से नफरत करते हैं।” उन्होंने मनुस्मृति और रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों का उल्लेख करते हुए सवाल उठाए और केंद्र व प्रदेश सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए।
मौर्य ने महोत्सव पंडाल में मौजूद लोगों से कहा कि वह संविधान और दलित-पिछड़ा विरोधी सरकार को उखाड़ने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, और इसमें उनका साथ दें।
वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह बयान चर्चा का केंद्र बन गया है, और इसे लेकर विभिन्न दलों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।