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Tuesday, June 17, 2025

बोधिसत्व बाबासाहेब टुडे मासिक पत्रिका स्थापना दिवस एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन

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-साहित्य, समाज और समर्पण का अद्वितीय संगम रहा समारोह

लखनऊ। बुद्ध अम्बेडकर कल्याण एसोसिएशन 3090 प्रकाशन द्वारा प्रकाशित ‘बोधिसत्व बाबासाहेब टुडे मासिक पत्रिका’ की स्थापना दिवस पर शनिवार, 14 जून 2025 को लखनऊ के उद्यान भवन, 2 सप्रू मार्ग स्थित ‘उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण सभागार’ में भव्य राष्ट्रीय सम्मान वितरण समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन समाज, साहित्य और संवैधानिक मूल्यों के लिए कार्य कर रहे लोगों को सम्मानित करने और लोकतंत्र में साहित्य की भूमिका पर चर्चा हेतु आयोजित किया गया।

मुख्य विषय “लोकतंत्र के स्थापना में साहित्य की भूमिका” विषय पर बुद्ध वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, जिसे भिक्षु सुत्र द्वारा प्रस्तुत किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप मे आये एस सी एस टी आयोग के अध्यक्ष बैज नाथ रावत ने अपने उद्बोधन में कहा कि— “आज साहित्य समाज का आईना है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के सजग प्रहरी के रूप में साहित्य ने सदैव सामाजिक चेतना को जागृत किया है। जबकि विशिष्ट अतिविशिष्ट अतिथि विस्वनाथ राज्यमंत्री, आर पी गौतम,प्रदेश अध्यक्ष अपना दल, इंजिनियर एन के गौतम, फतेहगढ़ बार के पूर्व अध्यक्ष जवाहर सिंह गंगवार उपनिदेशक उद्यान डॉ डीके वर्मा, डिविजनल बर्डन नागरिक सुरक्षा ममता आनंद लखनऊ से प्रकाशित दैनिक यूथ इंडिया के प्रधान संपादक शरद कटियार रहे।

अन्य गणमान्य अतिथियों में शामिल रहे। एक्सियन एन के गौतम ने कहा कि “बाबासाहेब के विचारों को आज के युवा साहित्य से जोड़ सकते हैं और सामाजिक क्रांति को गति दे सकते हैं।”

वक्तागण मे

डॉ. डी.के. वर्मा,
डॉ. के.के. लाल,
डॉ. भीमराजा,
श्री भानु सिंह,
इंजीनियर कालिका प्रसाद,
श्री गिरिजा कुशवाहा (पत्रकार),
श्री बी.एल. गौतम,
कार्यक्रम संचालन की जिम्मेदारी श्रद्धेय सौम्य राज भारती ने बखूबी निभाई।

आयोजन समिति के संयोजक ज्ञानप्रकाश जयभीम और उनके साथ श्री ज्ञानाक चंद्र, पीएन बोद्ध, श्री के.के. सिंह, वीर बहादुर बौद्ध, विजय बहादुर वर्मा, एडवोकेट सुरेंद्र कुमार राणा सहित समस्त सदस्यगणों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

समारोह में देश भर से आए साहित्यकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और बुद्ध अनुयायियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। उपस्थित जनसमूह ने इस आयोजन को “साहित्य और संवैधानिक मूल्यों के लिए एक प्रेरणादायक मंच” बताया।

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