
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान गुरुवार (6 नवंबर) को शांतिपूर्वक जारी है। राज्य भर में मतदाताओं में भारी उत्साह देखने को मिला, हालांकि कुछ जिलों में मतदान की रफ्तार धीमी रही। भारत निर्वाचन आयोग ने पहली बार सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की है और मतदान कक्ष के बाहर मतदाताओं के लिए मोबाइल रखने की किट उपलब्ध कराई गई है।
दोपहर 1 बजे तक औसतन 42.31 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। सबसे अधिक मतदान गोपालगंज (46.73%), लखीसराय (46.37%) और बेगूसराय (46.02%) में हुआ, जबकि राजधानी पटना जिले में अब तक केवल 37.72% मतदान हुआ है, जो सबसे कम है।
अन्य जिलों में मतदान का प्रतिशत इस प्रकार है — भोजपुर 41.15%, बक्सर 41.10%, दरभंगा 39.35%, खगड़िया 42.94%, मधेपुरा 44.16%, मुंगेर 41.47%, मुजफ्फरपुर 45.41%, नालंदा 41.87% और सहरसा 44.20%।
शांतिपूर्ण मतदान के लिए चुनाव आयोग की ओर से 121 सामान्य, 18 पुलिस और 33 व्यय पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था में करीब साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं, जिनमें 1500 केंद्रीय बल कंपनियां शामिल हैं।
पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग हो रही है, जिनमें 102 सामान्य और 19 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटें हैं। इस चरण में कुल 3 करोड़ 75 लाख 13 हजार 302 मतदाता 1314 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कर रहे हैं।
पहले चरण में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा समेत कई मंत्रियों की किस्मत भी ईवीएम में कैद होगी। वहीं, महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में भी आज मतदान जारी है।
मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ है और शाम 6 बजे तक जारी रहेगा, जबकि कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में मतदान शाम 5 बजे तक ही संपन्न होगा। निर्वाचन आयोग ने सीईओ कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया है ताकि मतदान प्रक्रिया की सतत निगरानी की जा सके।
उत्तर प्रदेश और नेपाल सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने मतदाताओं से अपील की है कि वे भयमुक्त होकर लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लें।
विशेषज्ञों का कहना है कि दोपहर तक का यह मतदान रुझान पूरे दिन के मतदान पैटर्न का संकेत देता है। आयोग और प्रशासन की कोशिश है कि शहरी इलाकों में भी मतदाताओं की भागीदारी बढ़े ताकि मतदान प्रतिशत और अधिक हो सके।




