वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) ने एक बार फिर अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता और उद्योग जगत में अपनी सिद्ध प्रतिष्ठा को पुष्ट किया है। संस्थान के प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, शैक्षणिक वर्ष 2024-25 (12 नवंबर, 2025 तक) के लिए कुल 1,416 प्लेसमेंट ऑफर प्राप्त हुए, जो चुनौतीपूर्ण वैश्विक रोजगार परिदृश्य के बावजूद उद्योग जगत के मजबूत आत्मविश्वास को दर्शाता है।
इनमें से 952 ऑफर बी.टेक छात्रों को मिले, जबकि 297 प्री-प्लेसमेंट ऑफर छात्रों को उनके प्रशिक्षण और उद्योग से जुड़ी परियोजनाओं के माध्यम से मिले। इस वर्ष का उच्चतम पैकेज 2.2 करोड़ रुपये प्रति वर्ष था, जबकि औसत पैकेज 24.49 लाख रुपये प्रति वर्ष था। बी.टेक छात्रों ने संस्थान में 92.33 प्रतिशत प्लेसमेंट दर हासिल की है, जो छात्रों की गुणवत्ता और उद्योग के गहरे विश्वास को दर्शाता है। बी.टेक छात्रों के लिए औसत पैकेज 23.49 लाख रुपये प्रति वर्ष था, जिसमें उच्चतम पैकेज 1.68 करोड़ रुपये प्रति वर्ष था। इसके अतिरिक्त, संस्थान ने 502 इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए, जिससे छात्रों को अग्रणी उद्योगों और नवीन तकनीकों से जुड़ने का अवसर मिला।
इस वर्ष के शीर्ष भर्तीकर्ताओं में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़न, सिस्को, उबर, जेडएस एसोसिएट्स, जे.पी. मॉर्गन चेस, डी.ई. शॉ, गोल्डमैन सैक्स, एनवीडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज, मास्टरकार्ड, डेटाब्रिक्स, मैकिन्से एंड कंपनी, ड्यूश बैंक, वेल्स फारगो, फ्लिपकार्ट, ग्रो, बजाज, पीरामल फाइनेंस, स्क्वायर पॉइंट, पेस्टॉक, रूब्रिक, कॉमनवेल्थ बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया और सैमसंग शामिल थे।
इस अवसर पर बोलते हुए, आईआईटी (बीएचयू) के निदेशक प्रो. अमित पात्रा ने कहा, “आईआईटी (बीएचयू) के उत्कृष्ट प्लेसमेंट परिणाम हमारे छात्रों की नवोन्मेषी क्षमताओं, विश्लेषणात्मक सोच और नेतृत्व गुणों का प्रमाण हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हमें अपने छात्रों पर गर्व है, जिनकी योग्यता और निष्ठा ने दुनिया के शीर्ष संस्थानों का विश्वास अर्जित किया है। यह उपलब्धि हमारे संकाय के समर्पण और उद्योग के साथ संस्थान के मज़बूत संबंधों को भी दर्शाती है। आईआईटी (बीएचयू) छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रणी योगदान देने में सक्षम बनाने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग को लगातार मज़बूत कर रहा है।”


