– गुर्गे खुलेआम कर रहे गुंडई धमकाने का मामला गरमाया
– एडीजी ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का लिया संज्ञान
– विधायक के दबाव में पुलिस ने की लीपापोती, फिर आदेश
– शरद कटियार को मिली जान से मारने की धमकी, पुराने माफियाओं के बढ़े हौसले
फर्रुखाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति को जिले में सत्ता संरक्षण से खुली चुनौती मिलती नजर आ रही है। भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में सत्तारूढ़ दल के ही विधायक नागेंद्र सिंह राठौर सपा शासनकाल के कुख्यात माफिया रामेश्वर सिंह यादव व उसके बेटे सुबोध यादव के खास गुर्गों को संरक्षण देकर जनपद में अपराध की जड़ें फिर से जमवा रहे हैं।
सपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य आदित्य सिंह राठौर उर्फ ए.के. राठौर, जितेंद्र कटियार उर्फ रिंकू और इनके गैंग पर आरोप है कि ये शासन-प्रशासन को धत्ता बताते हुए खुलेआम दबंगई और गुंडागर्दी कर रहे हैं। बीजेपी सरकार बनने के बाद आदित्य राठौर पर भूमाफिया, गैंगस्टर और गुंडा एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में कार्रवाई हुई थी। मगर जातिगत समीकरणों के चलते विधायक नागेंद्र सिंह राठौर ने उन्हें अपनी शरण में ले लिया था,और सभी काले धंधे पूर्व की भांति चलवा दिए गए।
उनके काले कारनामे उपर न जाएं इसके लिए ‘यूथ इंडिया’ के संपादक शरद कटियार और उनके साथियों को इस गैंग द्वारा लगातार धमकियां दी जा रही हैं।
जहानगंज मे गैस एजेंसी मालिक सौरभ कटियार पर जानलेवा हमला किया गया। इस हमले में आदित्य राठौर, जितेंद्र रिंकू सहित अन्य गुर्गों का नाम सामने आया है। पुलिस ने FIR तो दर्ज की, लेकिन विधायक के दबाव में मामले की लीपापोती की कोशिशें भी शुरू हो गईं।
माफिया अनुपम दुबे के इशारे पर पूर्व में यूथ इंडिया के मुख्य संपादक शरद कटियार को मिली सरकारी सुरक्षा भी कथित रूप से विधायक राठौर के दबाव में जिले से संस्तुति बाद भी शासन से भ्रमित कर हटवा दी गई, जबकि उन्हें शासन से जान का खतरा मानते हुए गनर और हथियार का लाइसेंस मिला था।
विधायक ने शरद कटियार की लाइसेंसी रिवॉल्वर का रिनुअल भी रुकवा दिया,ताकि उन्हें खौफ जदा कर माफिया तंत्र के खिलाफ न्यूज प्रकाशन बंद कराया जा सके या फिर बात न मानने पर उंन पर आसानी से हमले हो सकें या उनकी हत्या आसान हो जाए।
सोशल मीडिया पर खुलेआम दी जा रही हैं धमकियां
विधायक के करीबी ठाकुर कृष्ण कुमार राजावत उर्फ कल्लू द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई धमकी भरी वीडियो ने सनसनी फैला दी है। वीडियो में शरद कटियार को खुली धमकी दी गई है। मामले का संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस महानिदेशक ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, मगर स्थानीय पुलिस अब भी विधायक के दबाव में झुकी नजर आ रही है।
माफिया अनुपम दुबे से करीबी, गैंग को दिया संरक्षण
सूत्रों का कहना है कि विधायक राठौर की निकटता कुख्यात माफिया अनुपम दुबे और उसके गुर्गे अनुराग डब्बन, अमित बब्बन से भी है। यही कारण है कि यूथ इंडिया द्वारा माफियाओं के खिलाफ की गई खबरों से विधायक और उनका गैंग बौखलाया हुआ है। शरद कटियार ने स्पष्ट कहा है कि वे इन गीदड़ धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और मुख्यमंत्री की नीति पर आंच नहीं आने देंगे।
पूरे घटनाक्रम में चिंताजनक पहलू यह भी है कि विधायक और उनका गैंग कुछ कम उम्र युवाओं जैसे अमन राजावत, हर्ष सोमवंशी, सर्वेंद्र सिंह को उकसाकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए तैयार कर रहा है।
अब निगाहें मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर हैं — क्या योगी सरकार इस चुनौती को स्वीकार कर अपने ही विधायक के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी? या जीरो टॉलरेंस का नारा जनपद फर्रुखाबाद में मजाक बनकर रह जाएगा? शरद कटियार ने सबूतों संग पूरा मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया है।