यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले के बढ़पुर ब्लॉक में भ्रष्टाचार की गहराई और व्यापकता के नए खुलासे ने प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में किए गए जांचों और रिपोर्टों से पता चला है कि ब्लॉक के विभिन्न विभागों और परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए हैं। इस मुद्दे पर विस्तृत जानकारी और आंकड़े चौकाने वाले हैं।
पिछले एक साल में, स्वास्थ्य विभाग को आवंटित बजट में 15त्न की गड़बड़ी पाई गई है। कुल कई करोड़ रुपये के बजट में लगभग 7.5 करोड़ रुपये का अनियमित खर्च सामने आया है। कई अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों की कमी की रिपोर्ट मिली है, जबकि बजट में प्रावधान पूरी तरह से कर दिया गया था। प्राथमिक और उच्च विद्यालयों के विकास के लिए निर्धारित 2 करोड़ रुपये में से 20′ राशि कागजों पर ही खर्च की गई है। इस राशि का वास्तविक उपयोग न होने के कारण, स्कूलों की आधारभूत सुविधाएं प्रभावित हुई हैं।
बढ़पुर ब्लॉक में 10 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही सडक़ें अधिकांशत: अधूरी और घटिया गुणवत्ता की हैं। परियोजना की 30′ लागत में भ्रष्टाचार और अनियमितताएं पाई गई हैं।
कई प्रमुख सडक़ों की स्थिति इतनी खराब है कि वे बारिश के मौसम में जलमग्न हो जाती हैं, जिससे जनता को अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
8 जल आपूर्ति योजनाओं में से केवल 3 पूरी हुई हैं। शेष 5 योजनाओं में ठेकेदारों और सरकारी अधिकारियों के बीच मिलीभगत के चलते काम अधूरा पड़ा है। इन योजनाओं के लिए आवंटित 10 करोड़ रुपये में 25त्न का घोटाला पाया गया है। संविदा कर्मचारियों को पिछले 3 महीनों से वेतन नहीं मिला है। इन कर्मचारियों में शिक्षा, स्वास्थ्य, और स्वच्छता विभाग के कर्मचारी शामिल हैं। ब्लॉक प्रमुख और स्थानीय प्रतिनिधियों पर सीधे तौर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।हाल ही में, ब्लॉक के कुछ अधिकारियों ने जांच के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है, लेकिन कार्रवाई की कोई ठोस योजना अब तक सामने नहीं आई है।
स्थानीय नागरिकों और समाजसेवियों ने इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है। बढ़पुर के नागरिकों ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई की मांग की है। समाजसेवी संगठन और एनजीओ भी इस मुद्दे को लेकर लगातार आंदोलन करने की तैयारी में है और सरकार से उचित कार्रवाई की अपील कर रहे हैं। इस मामले में भ्रष्टाचार की गंभीरता को देखते हुए, एक निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की आवश्यकता है। बढ़पुर ब्लॉक में प्रशासनिक सुधार और जनता के हित में ठोस कदम उठाने की मांग की जा रही है, ताकि क्षेत्र में विकास और सुशासन की दिशा में सही कदम उठाए जा सकें।