फर्रुखाबाद। जनपद में मिलावटखोरी के बढ़ते मामलों को लेकर भारतीय किसान यूनियन भानु ने मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को जवाहरगंज स्थित जिला प्रभारी मुन्नालाल सक्सेना के कार्यालय पर संगठन की एक अहम पंचायत आयोजित की गई। इस पंचायत का संचालन जिला सचिव रामवीर ने किया।
पंचायत में वक्ताओं ने सर्वसम्मति से कहा कि शादी-विवाह के सीजन का फायदा उठाकर कस्बा कायमगंज मिलावटखोरों का गढ़ बन गया है। पंचायत में गंभीर आरोप लगाए गए कि बड़ी कंपनियां कायमगंज को ‘कूड़ा मंडी’ समझकर घटिया और एक्सपायरी माल बाजार में परोस रही हैं। कैंपा कोला, पेप्सी, कोका कोला, डियू, फैंटा, स्टिंग, जीरा ड्रिंक सहित कई पेय पदार्थ नकली या एक्सपायरी अवस्था में खुलेआम बेचे जा रहे हैं।
सिर्फ पेय पदार्थ ही नहीं, बल्कि दूध, दही, मट्ठा, पनीर, मसाले, आटा, बेसन, दाल, चावल तक में मिलावट की जा रही है। मसालों में रंग, अरारोट और चावल का छिलका मिलाया जा रहा है, जबकि बासमती चावल में एसेंस लगाकर उपभोक्ताओं को भ्रमित किया जा रहा है। आटे में चावल की किनकी मिलाकर बेचा जा रहा है। नकली देसी घी में तो मरे हुए जानवरों की चर्बी और पामोलिन का प्रयोग कर लोगों की सेहत से खुला खिलवाड़ किया जा रहा है।
पंचायत में यह भी आरोप लगाया गया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी इन सब से अनभिज्ञ नहीं हैं, बल्कि उनकी मिलीभगत से यह सारा गोरखधंधा फलफूल रहा है। बड़ी कंपनियां अधिकारियों को एकमुश्त रकम देती हैं और थोक विक्रेताओं से महीने की वसूली की जाती है।
इसके अलावा, युद्ध की आशंका के नाम पर दालों की जमाखोरी अभी से शुरू हो चुकी है, जिससे आम जनता पर महंगाई की दोहरी मार पड़ रही है।
भारतीय किसान यूनियन भानु ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन व शासन ने इन मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की तो जनपद स्तर पर बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
पंचायत में प्रमुख रूप से प्रदेश सचिव गोपाल तिवारी, जिला प्रभारी मुन्नालाल सक्सेना, जिला संगठन सचिव प्रताप सिंह गंगवार, जिला उपाध्यक्ष रामलाल गुप्ता, मीडिया प्रभारी विनीत सक्सेना, नगर अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता, बिंदु सिंह गंगवार, शिवराज शाक्य, चरन सिंह, महिपाल समेत कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।