यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। थाना राजेपुर क्षेत्र के गांव बहादुरपुर के ग्रामीणों ने जिला अधिकारी डॉ बी के सिंह को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि गांव में अराजक तत्वों द्वारा धार्मिक जुलूस के नाम पर गांव में अराजकता फैलाने शांतिपूर्ण माहौल बिगाडऩे की नीयत से समुदाय विशेष समाज के युवकों ने पूर्व प्रधान राघवेंद्र गुप्ता पुत्र रामऔतार की सह पर महताब अली पुत्र रमजान अली ,गुलजार पुत्र भूरे अली, नबी आलम पुत्र नसरुद्दीन प्रधानाध्यापक, आबिद पुत्र सरताज अली कालू पुत्र सरताज अली, समेत लगभग 300 लोगों के साथ गांव में बिना किसी अनुमति के पुलिस की नाक के नीचे से गांव में अनुमति के बगैर गांव में डीजे पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले गानों को बजाते हुए गांव से रैली को निकाल दिया।
पुलिस तमाशबीन नजर आई। थाना अध्यक्ष तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार प्रियदर्शी की कार्यशैली,छवि को पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं रैली निकाल रहे युवकों का जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो दबंग युवक लड़ाई झगड़ा पर आमादा हो गए। ग्रामीणों ने बताया है कि पूर्व में कभी भी इस तरह तरह का कार्यक्रम नहीं हुआ था। लेकिन युवकों के द्वारा लाउडस्पीकर पर धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की मकसद से यह एक नई प्रथा शुरू की है जिस के विरोध मे मदनपाल, दयाशंकर, राम लखन, सुनील, संतोष, शेर सिंह, सत्येंद्र, सत्यप्रकाश, रणवीर समेत सैकड़ो ग्रामीणों नेने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर इस संबंध में जुलूस निकालने वाले युवकों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तथा एक ऑडियो वायरल हुआ है।
जिससे यहां प्रतीत होता है कि इस मामले में थाना पुलिस की घोर लापरवाही नजर आई। आडियो के अनुसार थाना पुलिस पर सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं लेकिन यूथ इंडिया इस बात की पुष्टि नहीं करता ऑडियो में हो रही ग्रामीणों की बातचीत में या निकल कर आया कि बहादुरपुर के हल्का इंचार्ज के द्वारा समुदाय विशेष से ?5000 जुलूस निकलवाने के नाम पर लिए गए। जिसके कारण गांव मे जुलुस निकलता रहा। अब ग्रामीणों में रोष दिखाई दे रहा है। ग्रामीणों ने बताया है कि गांव में नया प्रचलन करने वाले युवकों पर अगर कार्रवाई नहीं होती है तो वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी दरवाजा खटखटाएंगे।
जब इस संबंध में थाना अध्यक्ष योगेंद्र सोलंकी से बात की तो उन्होंने बताया कौन सी कार्रवाई कैसी करवाई।