फर्रुखाबाद| तहसील सदर के कई क्षेत्रों में बाढ़ का प्रकोप लगातार जारी है। ग्राम ढकेलापुर के आगे डिप पर करीब ढाई फीट से अधिक पानी तेज धार के साथ बह रहा है, जिससे स्थानीय लोग नाव के सहारे ही आवाजाही करने को मजबूर हैं। वहीं, बाइक और साइकिल सवार लोग डिप के ऊपर से जोखिम उठाकर निकलने की कोशिश कर रहे हैं।ग्रामीणों का कहना है कि वे डेढ़ माह से अधिक समय से बाढ़ के कारण लगातार परेशान हैं। ग्राम छोटी गुलरिया के एक ग्रामीण ने बताया कि पानी भरा होने से उनकी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। वहीं, आवागमन के लिए उन्हें नाव और ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ रहा है। ग्राम कटरी शिकारपुर के एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि बाढ़ के कारण कई गांवों में मकान गिर रहे हैं और लोग अपने घरों में रहने में असमर्थ हैं। ग्राम पृथ्वीपुर और ठटा की मढैया जैसे गांव पूरी तरह कट चुके हैं, जिससे ग्रामीणों की परेशानियां और बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन भरा हुआ पानी अभी पूरी तरह वापस नहीं गया है।बाढ़ कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, गंगा नदी का जलस्तर 135.95 मीटर पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से 42,142 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके साथ ही रामगंगा नदी का जलस्तर 135.30 सेंटीमीटर पर है। पानी की निकासी के लिए खो बैराज से 2,276 क्यूसेक, हरेली बैराज से 165 क्यूसेक और रामनगर बैराज से 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित मार्गों का उपयोग करने की अपील की है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। प्रभावित क्षेत्रों में नावों और ट्रैक्टरों के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। वहीं, लोगों से अपील की गई है कि वे नदी और डिप के किनारों से दूरी बनाकर रहें और बच्चों को किसी भी तरह की जोखिम भरे क्षेत्र में न भेजें।जलस्तर में धीरे-धीरे कमी आने के बावजूद प्रभावित क्षेत्र अभी पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ से न केवल आवागमन बाधित हुआ है, बल्कि फसल, मकान और जीवनयापन पर भी गहरा असर पड़ा है। प्रशासन और स्थानीय नागरिक राहत कार्यों में जुटे हुए हैं, ताकि जल्द से जल्द स्थिति सामान्य हो सके और लोग अपने दैनिक जीवन में लौट सकें।