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Thursday, June 26, 2025

आजमगढ़ और मऊ STEMI CARE नेटवर्क से जुड़े, RMLIMS हब बना प्रदेश में आदर्श मॉडल।

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– CHC कादीपुर और रुदौली में थ्रोम्बोलाइसिस की ऐतिहासिक शुरुआत

अजय कुमार

लखनऊ: डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (RMLIMS), लखनऊ (Lucknow) ने बुधवार को यह घोषणा की कि आजमगढ़ (Azamgarh) और मऊ (Mau) जिले औपचारिक रूप से STEMI CARE परियोजना के हब एंड स्पोक कार्डियक नेटवर्क में शामिल हो गए हैं। इस रणनीतिक विस्तार से पूर्वांचल क्षेत्र में आपातकालीन हृदयाघात उपचार को नई गति मिलेगी।

RMLIMS के नेतृत्व में संचालित इस परियोजना के तहत अब तक कुल 23 STEMI मरीजों का थ्रोम्बोलाइसिस सफलतापूर्वक किया गया है, जो परियोजना की प्रगति का स्पष्ट संकेत है। खास बात यह है कि CHC कादीपुर (सुलतानपुर) STEMI CARE के अंतर्गत थ्रोम्बोलाइसिस करने वाला पहला CHC बना है, वहीं CHC रुदौली (अयोध्या) में भी दो मामलों में सफलतापूर्वक थ्रोम्बोलाइसिस किया गया है।

क्या है STEMI CARE परियोजना :-

STEMI CARE (ST-Elevation Myocardial Infarction Coordinated Acute Response and Early Intervention) एक प्रोटोकॉल-आधारित सरकारी हृदय आपातकालीन सेवा है, जो हब एंड स्पोक मॉडल पर आधारित है।

इसकी प्रमुख विशेषताएं हैं:
प्रारंभिक ECG द्वारा STEMI की पहचान
स्पोक केंद्रों पर Tenecteplase दवा से तत्काल थ्रोम्बोलाइसिस
RMLIMS जैसे हब केंद्रों पर रेफरल और ट्रांसफर की संरचित प्रक्रिया

यह मॉडल विशेषकर ग्रामीण एवं अर्ध-शहरी क्षेत्रों में हृदयाघात के मामलों में जीवनरक्षा की संभावना को बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रहा है। प्रो. (डॉ.) भुवन चंद्र तिवारी, विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी, RMLIMS एवं परियोजना नोडल अधिकारी ने कहा:

 

“आजमगढ़ और मऊ का जुड़ना और CHC स्तर पर थ्रोम्बोलाइसिस की सफलता इस बात का संकेत है कि अब ग्रामीण उत्तर प्रदेश भी आपात हृदय देखभाल में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यह परियोजना सिर्फ कागजों में नहीं, ज़मीनी स्तर पर जीवन बचा रही है।”

डॉ. सी.एम. सिंह, निदेशक, RMLIMS ने कहा:

 

“यह स्वास्थ्य सेवा के विकेंद्रीकरण का प्रभावी उदाहरण है। जहां पहले थ्रोम्बोलाइसिस असंभव लगता था, वहां अब प्रशिक्षित टीमें और सही समय पर दवाएं उपलब्ध हैं। यह केवल शुरुआत है।”

इस अवसर पर पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य, उत्तर प्रदेश शासन, ने STEMI CARE की प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा:

“CHC कादीपुर को पहला STEMI थ्रोम्बोलाइसिस CHC बनने और CHC रुदौली में दो सफल मामलों के लिए बधाई। हम सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी हृदयाघात मरीज संसाधनों की कमी या दूरी की वजह से इलाज से वंचित न रहे।”

उपलब्धियाँ
23 सफल थ्रोम्बोलाइसिस केस RMLIMS नेटवर्क के अंतर्गत
CHC कादीपुर (सुलतानपुर) बना राज्य का पहला STEMI थ्रोम्बोलाइसिस CHC
CHC रुदौली (अयोध्या) में दो सफल केस
आजमगढ़ और मऊ का STEMI CARE से औपचारिक जुड़ाव

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