– महिलाओं को घरेलू हिंसा, दहेज प्रतिषेध और साइबर अपराध से बचाव की दी जानकारी
फर्रुखाबाद: जिला प्रोबेशन अधिकारी के निर्देशन में मिशन शक्ति अभियान (Mission Shakti Abhiyan) 5.0 के तहत शुक्रवार को कंपोजिट विद्यालय, अमानाबाद (विकासखंड कमालगंज) में एक जागरूकता चौपाल का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन की जेंडर स्पेशलिस्ट निर्मला राजपूत द्वारा किया गया। चौपाल की थीम “घरेलू हिंसा उन्मूलन अधिनियम 2005 एवं दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961” पर केंद्रित रही।
निर्मला राजपूत ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं गांव की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि यदि किसी महिला के साथ हिंसा होती है, तो उसे तुरंत महिला हेल्पलाइन नंबर 181 का प्रयोग करना चाहिए या पुलिस से संपर्क करना चाहिए।
उन्होंने विस्तार से समझाया कि यदि कोई व्यक्ति दहेज की मांग करता है या दहेज के कारण उत्पीड़न करता है, तो उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए, 406, 304 के तहत कार्रवाई की जा सकती है। इसके अंतर्गत 7 साल तक की सजा, उम्रकैद या जुर्माना का प्रावधान है।
निर्मला राजपूत ने कहा कि दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए शिक्षा, जागरूकता और मानसिकता में बदलाव जरूरी है। बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना, उन्हें निर्णय लेने का अधिकार देना और विवाह को एक “व्यवसायिक सौदे” की बजाय आपसी सम्मान और प्रेम का रिश्ता बनाना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान वन स्टॉप सेंटर से सेंटर मैनेजर पूजा पाल ने उपस्थित महिलाओं को सेंटर में मिलने वाली सभी सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेंटर में घरेलू हिंसा, दहेज, यौन उत्पीड़न, साइबर अपराध आदि मामलों में पीड़ित महिलाओं को कानूनी सहायता, काउंसलिंग, चिकित्सा सुविधा और अस्थायी आश्रय जैसी मदद निःशुल्क दी जाती है।
कार्यक्रम में दीवानी जी, नरेंद्र सिंह यादव, दिनेश कुमार एवं महिला आरक्षी उषा रवि ने ग्रामीण महिलाओं और बालिकाओं को साइबर क्राइम से बचाव के उपाय बताए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा करने से बचना चाहिए और किसी भी संदिग्ध लिंक या कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी नहीं देनी चाहिए।
कार्यक्रम में रही सक्रिय भागीदारी
जागरूकता चौपाल में विद्यालय के प्रधानाचार्य ताहिर ग़िज़ाली के साथ श्रीमती प्रियवाला सिंह, श्रीमती सुमन दीक्षित, संजीदा यासमीन, श्रीमती दीप्ति यादव, श्रीमती मृदुला, श्रीमती राहत दुबे, श्रीमती गीता वर्मा सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी महिलाएं एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं।
महिलाओं ने इस अवसर पर मिशन शक्ति अभियान की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में बदलाव लाने में मील का पत्थर साबित होंगे।


