– “तुझे इतनी कमाई कराई… तब भी चार-चार लाख जुएँ में हार जाता था” – राजीव शुक्ला से पैसों का विवाद बेनकाब
– फर्जी बलात्कार के दर्ज कराये गए मुक़दमे की बातें हुईं सामने
फर्रुखाबाद। एक सनसनीखेज वायरल ऑडियो ने न्यायिक और पत्रकारिता जगत में हलचल मचा दी है। ऑडियो में फर्रुखाबाद का वकील अवधेश मिश्रा अपने साथी कथित पत्रकार राजीव शुक्ला से उगाही की कमाई का बटवारा तय करते हुए सुनाई दे रहा है।
रिकॉर्डिंग के वायरल होते ही जिले में यह सवाल तेज़ हो गया है कि क्या फर्रुखाबाद में फर्जी मुकदमों के जरिए रंगदारी का बड़ा रैकेट सक्रिय था?
“तुझे इतनी कमाई कराई… तब भी जुएँ मे चार-चार लाख रुपए में हार जाता था!”
वायरल ऑडियो में अवधेश मिश्रा अपने साथी राजीव शुक्ला पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहता है “तुझे इतनी कमाई कराई… तब भी तू चार-चार लाख रुपयों में हार जाता था।”
यह लाइन साबित करती है
कि दोनों के बीच उगाही की रकम का स्पष्ट बँटवारा होता था
रकम लाखों में वसूली जाती थी
और यह सिस्टम एक बार का नहीं, बल्कि लंबे समय से चल रहा खेल था।
ऑडियो में अवधेश मिश्रा आरोपित साथी से यह भी पूछता है कि “तू इतना कम क्यों ला पाता है?”, घर पर ही पड़ा रहता है कुछ काम निकाल,जो इस पूरे नेटवर्क की अंदरूनी कार्यप्रणाली दर्शाता है।
सूत्रों के अनुसार यह रिकॉर्डिंग किसी पीड़ित ने नहीं, बल्कि अवधेश मिश्रा के ही करीबी साथियों ने बीती रात ग्वालटोली में आयोजित मुर्ग- मुसल्लम और छलकते जाम की दावत मे नशे की हालत में बीती रात वायरल कर दी।
वर्षों से अवधेश मिश्रा की दबंगई और मनमानी से परेशान एक समूह लंबे समय से उसके खिलाफ बोलने का रास्ता खोज रहा था।
ऑडियो वायरल होते ही फर्रुखाबाद की सोशल मीडिया व कानूनी बिरादरी में खलबली मच गई।
फर्जी मुकदमों का पुराना पैटर्न भी आया सामने जिले में कई पीड़ितों ने ऑफ़ रिकॉर्ड बताया कि यह गिरोह
फर्जी आरोप लगवाने, केस दर्ज कराने की धमकी देने, और “मुकदमे से बचाने” के नाम पर लाखों रुपये वसूलने में शामिल रहा है।
राजीव शुक्ला लोगों को “फँसाने का मैदानी काम” सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों का प्रसारण कर करता था,जबकि अवधेश मिश्रा कानूनी दबाव बनाकर रकम दिलवाता था।
यह ऑडियो अब पुलिस अधीक्षक, जिला प्रशासन,उच्च पुलिस अधिकारियों तक पहुँच चुका है।
पीड़ितों व स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है।जनता की एक ही माँग है कि अवधेश मिश्रा और राजीव शुक्ला शाहित पूरे गैंग पर पर गैंगस्टर एक्ट सहित सख्त धाराओं में तात्कालिक कार्रवाई हो।






