– क्षत्रिय समाज की एकता पर होगा मंथन
– मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा क्षत्रिय उत्पीड़न का विवरण,
– केसरिया यात्रा की योजना पर चर्चा
प्रशांत कटियार
लखनऊ।अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा 22 दिसंबर को लखनऊ में अवध प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आयोजित करेगी। बैठक का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता को बढ़ावा देना और क्षत्रिय समाज के सशक्तिकरण के लिए ठोस योजनाएं बनाना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष इस अवसर पर मुख्यमंत्री को क्षत्रिय समाज के उत्पीड़न की घटनाओं का विवरण प्रस्तुत करेंगे।
बैठक में तीन चरणों में केसरिया यात्रा की योजना तैयार की जाएगी, जिसका उद्देश्य समाज को संगठित करना और इसके अधिकारों की रक्षा करना है। वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री राघवेंद्र सिंह राजू ने कहा कि संगठन में निष्ठावान और ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए बूथ स्तर तक कार्यकर्ता तैयार किए जाएंगे।
राघवेंद्र सिंह ने बताया कि 1 फरवरी 2024 को प्रयागराज में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की जाएगी, जहां पदाधिकारियों के कार्यों का मूल्यांकन और प्रोन्नति पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल समाज को एकजुट करना ही नहीं, बल्कि एक मजबूत नेतृत्व तैयार करना भी है, जो वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सके।”
बैठक में क्षत्रिय संगठनों के आपसी मनभेद को खत्म कर समाज के लिए ठोस कदम उठाने पर विशेष चर्चा होगी। उन्होंने क्षत्रिय समाज से अपील की कि वह आत्मनिरीक्षण कर वर्तमान लोकतंत्र में अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझे और संगठित होकर भविष्य की ओर बढ़े।