लखनऊ। अवध बार एसोसिएशन लखनऊ के बहुप्रतीक्षित चुनाव मंगलवार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस चुनाव में अधिवक्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और भारी संख्या में वोटिंग कर अपने प्रतिनिधियों का चयन किया। देर रात तक मतगणना चली, जिसके बाद परिणाम घोषित किए गए। इस बार अध्यक्ष पद पर एस. चंद्रा ने जीत दर्ज की है। वे अब अवध बार एसोसिएशन के नए अध्यक्ष होंगे।
अध्यक्ष – एस. चंद्रा,
वरिष्ठ उपाध्यक्ष – प्रशांत शर्मा ‘अटल’,
महासचिव – ललित किशोर तिवारी,
जूनियर उपाध्यक्ष – राघवेंद्र पांडे,
मध्य उपाध्यक्ष (दो पद) – हरिओम पांडे और पवन कुमार सिंह बने।
चुनाव में कुल हजारों की संख्या में अधिवक्ताओं ने मत डाले। एसोसिएशन परिसर में दिनभर गहमा-गहमी बनी रही। सभी प्रत्याशियों ने अपने-अपने पक्ष में प्रचार-प्रसार किया, लेकिन अंततः अधिवक्ता समाज ने जिन चेहरों पर विश्वास जताया, वे विजयी घोषित हुए।
चुनाव प्रक्रिया के संचालन में निर्वाचन समिति का विशेष योगदान रहा। मतदान और मतगणना दोनों ही प्रक्रियाएं सुचारु रूप से चलीं। समिति ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के माध्यम से मतदान कराया गया, जिससे परिणाम शीघ्र और सटीक तरीके से सामने आ सके।
एस. चंद्रा, अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद कहा— “मैं अधिवक्ता साथियों का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताया। एसोसिएशन को एकजुट और न्यायप्रिय वातावरण देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।”
प्रशांत शर्मा ‘अटल’ ने कहा कि वे वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ-साथ युवा वकीलों के हितों की रक्षा के लिए हमेशा अग्रसर रहेंगे।
महासचिव ललित किशोर तिवारी ने कहा— “पारदर्शिता, जवाबदेही और अधिवक्ताओं की सुविधाओं को प्राथमिकता देना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी होगी।”
इस बार के चुनाव में युवा अधिवक्ताओं की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। पहली बार वोट डालने वाले वकीलों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को लेकर सकारात्मक उत्साह दिखाया।
नवनिर्वाचित टीम ने यह संकेत दिया है कि जल्द ही एसोसिएशन भवन में सुविधाओं को बढ़ाने, डिजिटल रिकॉर्ड प्रणाली लागू करने, लाइब्रेरी के आधुनिकीकरण और महिला वकीलों के लिए विशेष सुविधाएं देने पर काम शुरू किया जाएगा।
अवध बार एसोसिएशन का यह चुनाव न केवल नेतृत्व परिवर्तन का प्रतीक है, बल्कि वकील समुदाय की नई आकांक्षाओं का भी संकेत है। अधिवक्ता समाज को अब नवनिर्वाचित टीम से उम्मीदें हैं कि वे पेशेवर वातावरण को सशक्त करेंगे, वकीलों की समस्याओं का समाधान करेंगे और संगठन को एक नई दिशा देंगे।
चुनाव में कुल हजारों की संख्या में अधिवक्ताओं ने मत डाले। एसोसिएशन परिसर में दिनभर गहमा-गहमी बनी रही। सभी प्रत्याशियों ने अपने-अपने पक्ष में प्रचार-प्रसार किया, लेकिन अंततः अधिवक्ता समाज ने जिन चेहरों पर विश्वास जताया, वे विजयी घोषित हुए।
चुनाव प्रक्रिया के संचालन में निर्वाचन समिति का विशेष योगदान रहा। मतदान और मतगणना दोनों ही प्रक्रियाएं सुचारु रूप से चलीं। समिति ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के माध्यम से मतदान कराया गया, जिससे परिणाम शीघ्र और सटीक तरीके से सामने आ सके।
एस. चंद्रा, अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद कहा—
“मैं अधिवक्ता साथियों का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताया। एसोसिएशन को एकजुट और न्यायप्रिय वातावरण देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।”
प्रशांत शर्मा ‘अटल’ ने कहा कि वे वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ-साथ युवा वकीलों के हितों की रक्षा के लिए हमेशा अग्रसर रहेंगे।
महासचिव ललित किशोर तिवारी ने कहा—
“पारदर्शिता, जवाबदेही और अधिवक्ताओं की सुविधाओं को प्राथमिकता देना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी होगी।”
इस बार के चुनाव में युवा अधिवक्ताओं की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। पहली बार वोट डालने वाले वकीलों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को लेकर सकारात्मक उत्साह दिखाया।
नवनिर्वाचित टीम ने यह संकेत दिया है कि जल्द ही एसोसिएशन भवन में सुविधाओं को बढ़ाने, डिजिटल रिकॉर्ड प्रणाली लागू करने, लाइब्रेरी के आधुनिकीकरण और महिला वकीलों के लिए विशेष सुविधाएं देने पर काम शुरू किया जाएगा।
अवध बार एसोसिएशन का यह चुनाव न केवल नेतृत्व परिवर्तन का प्रतीक है, बल्कि वकील समुदाय की नई आकांक्षाओं का भी संकेत है। अधिवक्ता समाज को अब नवनिर्वाचित टीम से उम्मीदें हैं कि वे पेशेवर वातावरण को सशक्त करेंगे, वकीलों की समस्याओं का समाधान करेंगे और संगठन को एक नई दिशा देंगे।


