मुंबई। दक्षिण मध्य रेलवे ने शनिवार को एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए ‘औरंगाबाद रेलवे स्टेशन’ का नाम बदलकर ‘छत्रपति संभाजीनगर रेलवे स्टेशन’ कर दिया है। रेलवे ने बताया कि यह बदलाव अब औपचारिक रूप से लागू हो गया है और स्टेशन के सभी साइनबोर्ड, टिकट, घोषणाएं व डिजिटल सिस्टम में नया नाम अपडेट किया जा रहा है।
रेलवे द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि अधिकृत प्राधिकारी ने नांदेड मंडल के अंतर्गत आने वाले “औरंगाबाद रेलवे स्टेशन” का नाम बदलने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस बदलाव के बाद स्टेशन का नया कोड “CPSN” रखा गया है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह निर्णय महाराष्ट्र सरकार की अनुशंसा और केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद लिया गया है। स्टेशन का नया नाम मराठा योद्धा छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता और ऐतिहासिक योगदान को सम्मान देने के उद्देश्य से रखा गया है। अधिकारी ने बताया कि अब यात्रियों को स्टेशन से जुड़ी सभी सूचनाएं, टिकटें और ट्रेनों की घोषणाएं नए नाम “छत्रपति संभाजीनगर” से ही जारी की जाएंगी।
रेलवे ने बताया कि इस नाम परिवर्तन की सभी प्रशासनिक प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं। अब स्टेशन के प्लेटफॉर्म, सूचना पट्ट और यात्रियों की घोषणाओं में केवल “छत्रपति संभाजीनगर” नाम ही सुनाई देगा।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2022 में औरंगाबाद शहर का नाम भी ‘छत्रपति संभाजीनगर’ करने की मंजूरी दी थी। अब रेलवे स्टेशन के नाम परिवर्तन के साथ यह प्रक्रिया पूरी हो गई है।
इस संबंध में 15 अक्तूबर 2025 को महाराष्ट्र सरकार द्वारा गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया था। भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने यह कदम ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बताते हुए कहा था कि यह निर्णय मराठा साम्राज्य के गौरवशाली इतिहास को सम्मान देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इतिहासकारों के अनुसार, औरंगाबाद रेलवे स्टेशन की स्थापना वर्ष 1900 में हैदराबाद के सातवें निजाम मीर उस्मान अली खान के शासनकाल में की गई थी। वहीं, छत्रपति संभाजीनगर आज एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है जो अजंता और एलोरा की गुफाओं सहित कई विश्व धरोहर स्थलों से घिरा हुआ है।
इस बदलाव के साथ अब यात्रियों को महाराष्ट्र के ऐतिहासिक गौरव और मराठा परंपरा की झलक स्टेशन के हर बोर्ड और घोषणा में दिखाई देगी।






