उदयपुर: ठगी करने वाले तो नए नए पैतरे अपना रहे है और अगर आप जरा सा भी इनकी बातो में फंस गए तो आप शिकार हो सकते है। इस बार ठगो ने अहमदाबाद प्लेन हादसे (Ahmedabad plane crash) में मृतकों के परिजनों के साथ ठगी करने की कोशिश की। बीते 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर प्लेन हादसे में उदयपुर जिले के वल्लभनगर क्षेत्र के रूंडेड़ा गांव के रहने वाले वरदीचंद मेनारिया की मौत हो गई थी। इस दुखद घड़ी के करीब एक महीने बाद उनके परिवार को लगभग 10 करोड़ रुपये का मुआवजा दिलवाने का झांसा देकर कुछ अज्ञात लोगो ने ठगी (fraud) करने की कोशिश की।
मृतक वरदीचंद मेनारिया के बेटे दीपक मेनारिया ने वल्लभनगर थाने में जाकर इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया बीते 17 जुलाई की रात को किसी भूपेंद्र नाम के व्यक्ति का फोन आया और खुद को सरकारी प्रतिनिधि बताते हुए कहा, दिल्ली और मुंबई से एक वेरिफिकेशन टीम आपके घर आएगी और मृतक का पासपोर्ट और बाकि डॉक्युमेंट देने होंगे। इसके अगले दिन 18 जुलाई को एक महिला और पुरुष गुजरात नंबर की गाड़ी से वरदीचंद के घर पहुंचे।
उन दोनों ने खुद को सुप्रीम कोर्ट से जुड़ा हुआ बताया और वरदीचंद की पत्नी से बात करके कहा कि बोइंग कंपनी पर केस करके 8 से 10 करोड़ रुपये तक का मुआवजा मिल सकता है। परिवार को जब शक हुआ तो उन्होंने बेटे दीपक को बुलाया और ठगों ने खाली स्टाम्प पेपर पर दस्तखत करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया, इसके बाद जरूरी दस्तावेज मांगे, जब परिवार ने विरोध किया तो उन्हें वॉइस कॉल और मैसेज के जरिए धमकी देने लगे। इसके बाद बेटे ने इसकी शिकायत थाने में की।
वल्लभनगर थानाधिकारी ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है। जांच में अभी तक पता चला है कि, आरोपी खुद को सुप्रीम कोर्ट का वकील बताकर मृतक के परिवार से दस्तावेज जुटाने की कोशिश कर रहे थे।