- देशभर में भक्तिमय माहौल, कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क
लखनऊ। सावन माह का शुभारंभ होते ही पूरे उत्तर भारत में शिवभक्ति की लहर दौड़ गई है। राजधानी लखनऊ सहित दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के प्रमुख शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। शिवभक्तों ने जलाभिषेक कर भगवान शिव की आराधना की और ‘हर हर महादेव’ के जयघोष से मंदिर परिसर गूंज उठे।
बारिश की हल्की फुहारों के बीच शिवालयों में उमड़े श्रद्धालुओं ने बेलपत्र, दूध, गंगाजल और पुष्प अर्पित कर भोलेनाथ का आशीर्वाद मांगा। विशेष पूजा-अर्चना के लिए कई मंदिरों में लंबी कतारें देखने को मिलीं।
सावन की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा भी जोर पकड़ चुकी है। हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौट रहे शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए शासन-प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। लखनऊ समेत सभी संवेदनशील रूटों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। जगह-जगह CCTV कैमरे लगाए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
प्रशासन ने कांवड़ यात्रा मार्गों पर स्थित मांसाहारी दुकानों को अस्थायी रूप से बंद करा दिया है, ताकि धार्मिक भावनाएं आहत न हों। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।
श्रावण मास को भगवान शिव का प्रिय मास माना जाता है। यह माह न केवल धार्मिक रूप से महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक सौहार्द और भक्ति भावना को भी मजबूत करता है। इस दौरान उपवास, रुद्राभिषेक और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर, श्री महाकालेश्वर मंदिर और अलीगंज स्थित पुराने शिव मंदिरों में हजारों श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर प्रबंधन की ओर से भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गईं।
भक्ति, श्रद्धा और सुरक्षा की त्रिवेणी के साथ सावन की शुरुआत भक्तों के लिए उत्साह और आस्था का संचार कर रही है।