फर्रुखाबाद। पंजाब से आयातित ‘मेनफिस’ और ‘पुखराज’ किस्म के आलू की आवक ने फर्रुखाबाद की सातनपुर मंडी में हलचल मचा दी है। इन किस्मों की बढ़ती आपूर्ति से स्थानीय आलू उत्पादकों के सामने प्रतिस्पर्धा की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
पंजाब के ‘मेनफिस’ और ‘पुखराज’ आलू की बढ़ती आवक से स्थानीय किसानों की बेचैनी बढ़ गई है। बाहरी मंडियों से मांग में कमी के कारण, स्थानीय आलू उत्पादकों को उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनकी लागत भी पूरी नहीं हो रही है।
सातनपुर आलू मंडी में घटतौली की समस्या भी किसानों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। 50 किलो की तौल पर केवल 47 किलो के दाम मिलने की शिकायतों के बाद, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया था। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने भी इस मुद्दे पर आवाज उठाई है।
हालांकि, हाल के दिनों में आलू के भाव में वृद्धि देखी गई है। दिसंबर 2020 में सातनपुर मंडी में आलू की कीमतें 2,450 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई थीं। इसके बावजूद, किसान आलू की बिक्री में उदासीनता दिखा रहे हैं, क्योंकि वे और अधिक दाम बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं।