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Wednesday, March 12, 2025

मणिपुर में सेना का बड़ा ऑपरेशन, आठ उग्रवादी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार बरामद

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इंफाल।  मणिपुर (Manipur) में उग्रवाद पर नकेल कसने के लिए सेना और सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर संयुक्त अभियान चलाया, जिसके तहत आठ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस के नेतृत्व में 2 से 8 फरवरी के बीच काकचिंग, थौबल, टेंग्नौपाल, विष्णुपुर, इंफाल ईस्ट और चंदेल जिलों में यह ऑपरेशन चलाया गया। इस अभियान में कुल 25 हथियार, बड़ी मात्रा में गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री जब्त की गई है।

ऑपरेशन के तहत सबसे पहले 2 फरवरी को असम राइफल्स ने चंदेल जिले में एक तलाशी अभियान चलाया, जिसमें एक एके-47 राइफल, देसी पीटी 303 राइफल, 9 एमएम पिस्तौल, 12 बोर राइफल, आईईडी, ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद हुआ। इसके बाद 3 फरवरी को सेना ने सीआरपीएफ और मणिपुर पुलिस के साथ विष्णुपुर जिले में छापेमारी कर दो 9 एमएम सबमशीन गन, दो पिस्तौल, एक मोर्टार, ग्रेनेड और आईईडी जब्त किए।

4 फरवरी को टेंग्नौपाल जिले में असम राइफल्स के जवानों ने जंगल में गश्त के दौरान तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। इनसे स्थानीय रूप से निर्मित ग्रेनेड और एक इम्प्रोवाइज्ड प्रोजेक्टाइल लॉन्चर बरामद किया गया। वहीं, 6 फरवरी को काकचिंग जिले में सेना, असम राइफल्स, बीएसएफ और मणिपुर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में 7.62 मिमी सेल्फ लोडिंग राइफल (SLR), एक सिंगल बैरल गन, दो IED और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।

7 फरवरी को असम राइफल्स ने चंदेल जिले में एक तलाशी अभियान के दौरान 7.62 मिमी असॉल्ट राइफल और अन्य गोला-बारूद बरामद किया। इसी दिन विष्णुपुर जिले में भी छापेमारी की गई, जहां एक 303 राइफल, तीन सिंगल बोर बैरल गन, पिस्टल और कई हथगोले जब्त किए गए।

8 फरवरी को खुफिया जानकारी के आधार पर अलग-अलग जिलों में कई ऑपरेशन चलाए गए, जिसमें आठ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान विभिन्न प्रकार के हथियारों के साथ भारी मात्रा में गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किए गए। सेना ने बताया कि गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों से पूछताछ जारी है और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।

यह ऑपरेशन ऐसे समय में किया गया जब मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कल ही अपने पद से इस्तीफा दिया था। राज्य में पिछले कुछ महीनों से हिंसा और उग्रवादी गतिविधियां बढ़ गई थीं, जिसके चलते कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए सेना को कई बार हस्तक्षेप करना पड़ा। मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद अब राज्य में नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है।

मणिपुर लंबे समय से उग्रवाद की चपेट में रहा है और सेना व सुरक्षा बलों की सक्रियता के बावजूद समय-समय पर हिंसक घटनाएं सामने आती रही हैं। हालांकि, हाल के महीनों में सेना द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियानों की बदौलत उग्रवादियों की गतिविधियों पर काफी हद तक लगाम लगी है। सेना ने यह भी स्पष्ट किया है कि राज्य में शांति बनाए रखने के लिए आगे भी इसी तरह के ऑपरेशन जारी रहेंगे।

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