यूथ इंडिया, नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को पहली बार इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष पर आधिकारिक बयान जारी किया। हिंसा की निंदा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि गाजा में निर्दोष नागरिकों की हत्या और उनके भोजन, पानी, बिजली में कटौती मानवता के खिलाफ अपराध है। राहुल गांधी ने कहा, “हमास द्वारा निर्दोष इजराइलियों की हत्या करना और बंधक बनाना एक अपराध है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।” उन्होंने कहा कि इजराइल और फिलिस्तीन के बीच हिंसा के चक्र को समाप्त किया जाना चाहिए।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, “गाजा में बच्चों सहित हजारों निर्दोष नागरिकों की हत्या और उनके भोजन, पानी और बिजली को काटकर लाखों लोगों की सामूहिक सजा मानवता के खिलाफ अपराध है। हमास द्वारा निर्दोष इजरायलियों की हत्या करना और बंधक बनाना एक अपराध है और इसकी भी निंदा की जानी चाहिए। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हिंसा के चक्र को समाप्त किया जाना चाहिए।” यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस फिलिस्तीन को लंबे समय से समर्थन देने को लेकर विवाद में फंस गई है।
इससे पहले गुरुवार को एक बयान में, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक बार फिर फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों के लिए कांग्रेस के समर्थन को दोहराया और कहा कि एक संप्रभु राज्य में गरिमा, आत्म-सम्मान और समानता के जीवन के लिए फिलिस्तीनियों की आकांक्षाएं वैध हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गाजा में अस्पताल एवं रिहायशी इलाकों पर हमले की निंदा करते हुए बृहस्पतिवार को आह्वान किया कि पश्चिम एशिया में तत्काल संघर्ष विराम हो और कूटनीतिक प्रयास आरंभ किए जाएं ताकि फलस्तीन की आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके और इजराइल की सुरक्षा चिंताओं का समाधान भी सुनिश्चित हो सके।
खरगे ने एक बयान में कहा, ‘‘ गाजा में अस्पताल और रिहायशी इलाकों पर बमबारी के कारण सैकड़ों निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की जान चली गई। यह अन्यायपूर्ण और गंभीर मानवीय त्रासदी है, जिसके लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।’’ उनका कहना था, ‘‘8 अक्टूबर, 2023 को कांग्रेस ने इज़राइल के लोगों पर हमास द्वारा किए गए क्रूर हमलों की निंदा की थी। इजराइल के सैन्य बलों द्वारा नागरिक क्षेत्रों में अंधाधुंध कार्रवाई भी अस्वीकार्य है।’’ उनके मुताबिक, कांग्रेस फलस्तीनी लोगों के अधिकारों के लिए अपने दीर्घकालिक समर्थन को दोहराती है।
खरगे ने कहा, ‘‘अपने स्वयं के संप्रभु राष्ट्र में गरिमा, आत्म-सम्मान और समानता के साथ जीवन जीने की फलस्तीनी लोगों की आकांक्षा बहुत समय से लंबित है और ये पूरी तरह से वैध हैं। इन आकांक्षाओं को नियमित रूप से दबाया और नकारा गया है। लाखों फलस्तीनियों को बेदखल और विस्थापित किया गया है। वे भय के माहौल में रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस तत्काल युद्धविराम और गाजा के संकटग्रस्त लोगों को मानवीय सहायता के लिए अपना आह्वान दोहराती है। खरगे ने कहा, ‘‘यह सभी पक्षों से निरर्थक हिंसा और युद्ध का रास्ता छोड़कर बातचीत और कूटनीति की प्रक्रिया शुरू करने का आह्वान करती है ताकि फलस्तीनी लोगों की आकांक्षाएं पूरी हों और इज़राइल की सुरक्षा चिंताओं का समाधान भी सुनिश्चित किया जा सके।’’