- 2017 के बाद से यूपी में विकास की रफ्तार बढ़ी
- यूपी बन चुका है निवेश डेस्टीनेशन
लखनऊ, यूथ इंडिया। प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि वर्ष 2017 तक यूपी के विकास का ग्राफ जो लगातार नीचे था, भाजपा की सरकार बनने के बाद से यह विकास ग्राफ तेजी से बढ़ा है। बजट आकार दोगुना हो चुका है। सरकार की नीतियों के कारण यूपी निवेश डेस्टीनेशन बन चुका है। राज्य को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था तक ले जाने के लिए हमें जापान की नकल करनी होगी। लक्ष्य के मुताबिक ही कार्ययोजना भी बने।
मंत्री ने बुधवार को इंदिरा नगर स्थित वित्तीय प्रबंधन प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में उत्तर प्रदेश संभावना, चुनौतियां तथा वित्त विभाग एवं भारतीय स्टेट बैंक की भूमिका विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित किया। यह आयोजन उत्तर प्रदेश वित्त एवं लेखा सेवा संघ तथा भारतीय स्टेट बैंक ने संयुक्त रूप से किया था।
लक्ष्य हासिल करने के लिए बढ़ानी होगी उत्पादों की क्वालिटी
उन्होंने कहा कि एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था यूपी को बनाना यह लक्ष्य बड़ा जरूर है लेकिन मुश्किल नहीं। हमें अपने उत्पादों की क्वालिटी बढ़ानी होगी। उत्पाद वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी नजर आने चाहिए। इसमें टेक्नालाजी का बड़ा रोल है। यूपी देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य है। हमारे पास नकल करने के लिए जापान जैसा देश है। अच्छी बात यह है कि 2017 के बाद से यूपी के लोगों की मानसिकता बदली है और विकास की भूख बढ़ी है। जरूरत सहयोगी भाव से काम करने की है।
इनोवेटिव आइडिया को सरकार पूरा सहयोग देगी
मंत्री ने कहा कि यूपी की अर्थव्यवस्था को तेजी से आगे ले जाने के लिए जो भी इनोवेटिव आइडिया आएंगे, उसमें सरकार पूरा सहयोग करेगी। एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था का मतलब तिजोरी भरना नहीं है। इसका अर्थ यह है कि हमारी अर्थव्यवस्था इस स्तर तक पहुंचे। लक्ष्य बड़ा है तो प्रयास भी बड़े हो रहे हैं।
देश-दुनिया में बदली यूपी की छवि
यूपी की छवि देश दुनिया में बदली है। यूपी अब विकासशील राज्य है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में भाजपा की सरकार बनने के बाद से यहां कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है। संगठित अपराध का खात्मा हुआ है। इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास तेजी से हो रहा है। पारदर्शी औद्योगिक नीति की व्यवस्था से निवेशक आकर्षित हो रहे हैं। 25 नई नीतियां बनाई गई हैं। 2017 में राज्य का बजट आकार जो कुल 3.5 लाख करोड़ रुपये था, अब 6.90 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है।
प्राथमिक क्षेत्र कृषि में सरकार ने किए बड़े कार्य
सरकार ने प्राथमिक क्षेत्र कृषि पर ध्यान दिया है। डार्क जोन के ब्लाकों को बाहर निकालने का काम किया गया है। 50 सालों से लंबित सिंचाई की परियोजनाएं पूरी की गईं। कई नई परियोजनाओं पर काम चल रहा है। 23 लाख हेक्टेयर सिंचन क्षमता को बढ़ाया गया है। छवि सुधरने के बाद अब यूके और यूएसए के उद्यमी यूपी में बड़े पैमाने पर निवेश करने आ रहे हैं। सेकेंडरी सेक्टर औद्योगिक विकास पर सरकार तेजी से काम कर रही है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 38.53 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। यूपी का निर्यात बढ़कर दोगुना हो गया है अब हम 1.74 लाख करोड़ से अधिक का निर्यात करने लगे हैं। एयर, रेल और रोड कनेक्टिविटी का विस्तार तेजी से हुआ है। पर्यटन स्थलों का विकास भी तीव्र गति से किया जा रहा है। सेमिनार को सचिव वित्त सैय्यद अब्बास रिजवी, निदेशक कोषागार नील रतन, महाप्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक अरूण कुमार साहू, लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. एमके अग्रवाल आदि ने विचार व्यक्त किए।