यूथ इंडिया, लखनऊ: मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा (पीईटी) को शांतिपूर्ण और पारदर्शिता के साथ नकलविहीन आयोजित कराने के निर्देश दिए हैं। जिला व पुलिस प्रशासन सक्रिय रहे, ताकि नकल माफिया सफल न हो। परीक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के माध्यम से फेस रिकॉग्निजिशन की व्यवस्था की जाए और इसके माध्यम से पकड़ में आने वाले डमी परीक्षार्थियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाए।
मुख्य सचिव बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पीईटी के संबंध में सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों के साथ तैयारी बैठक कर रहे थे। अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की ओर से पीईटी का आयोजन 28-29 अक्तूबर को प्रदेश के 35 जिलों में किया जा रहा है। 1058 परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में आयोजित परीक्षा में दो लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि प्रश्न पत्र समय से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने, प्रश्न पत्रों और ओएमआर शीट के सुरक्षित रखरखाव, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, सुरक्षा व्यवस्था आदि तैयारी समय से पूरी करें। अभ्यर्थियों के समय से परीक्षा केंद्र पहुंचने और आवागमन को लेकर रेलवे व परिवहन के अधिकारियों के साथ बैठक कर समुचित प्रबंध करें। महिला अभ्यर्थियों की सुरक्षा के लिये विशेष प्रबंध किए जाएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि परीक्षा के लिए स्टैटिक व सेक्टर मजिस्ट्रेट, केंद्र अधीक्षक, कक्ष निरीक्षकों की ट्रेनिंग और ब्रीफिंग समय से की जाए। आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने बताया परीक्षा में 20 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। परीक्षा दोनों दिन सुबह 10 से 12 बजे तक और दोपहर तीन से पांच बजे तक प्रदेश के 35 जिलों में होगी। परीक्षा के लिए 1058 केंद्र बनाए गए हैं।