यूथ इंडिया, लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हमें उम्मीद है कि वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव आते-आते भाजपा भी जाति आधारित गणना की बात करने लगेगी और हो सकता है आश्वासन भी दे दे। भाजपा प्रचार में बहुत आगे है। जाति आधारित गणना से ही पिछड़ों व दलितों को उनका हक व सम्मान मिलेगा।
पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शुक्रवार को आयोजित कश्यप, निषाद, बिंद व मछुआ समाज की बैठक में सपा मुखिया ने जाति आधारित गणना के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय हो रहा है। भाजपा इन्हें धोखा देती आ रही है। उन्होंने याद दिलाया कि मछुआ समाज में विसंगति और असमानता को दूर करने के लिए ही नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने फूलन देवी को संसद पहुंचाया था। उन्होंने मछुआ समाज को भाजपा से सावधान रहने की सलाह दी।
समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने कहा कि भाजपा सरकार ने हमारे महापुरुषों महाराजा कश्यप तथा निषादाज गुह्य के नाम पर अवकाश रद कर दिया। 17 जातियों को मिलने वाला आरक्षण भाजपाई साजिश से अदालत से खत्म करा दिया गया। बालू खनन, सिंघाडा, मछली पालने का पट्टा मिलना बंद हो गया। इस मौके पर अखिलेश ने चौधरी लौटन राम निषाद द्वारा लिखित ‘निषाद समाज का वृहत इतिहास‘ पुस्तक का विमोचन किया। बैठक की अध्यक्षता पूर्व विधायक लालता प्रसाद निषाद ने किया।
सपा किसी भी तरह के युद्ध के खिलाफ
अखिलेश ने इजरायल के मुद्दे पर कहा कि सपा किसी भी तरह के युद्ध के खिलाफ है। किसी के भी साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। यह हमारी पुरानी नीति है। भाजपा इजरायल के झंडे लगा रही है, लेकिन महंगाई पर बात नहीं करती है।
देवरिया की घटना देर से कार्रवाई का नतीजा
सपा मुखिया ने देवरिया की घटना पर कहा कि इस मामले में कार्रवाई देर से की गई। अगर मुख्यमंत्री पहले से सतर्क रहते तो यह घटना न होती। भाजपा सरकार ही जमीन के विवादों के लिए असल जिम्मेदार है। दोनों उप मुख्यमंत्री अपराधी को बचाने में लगे हैं।