कानपुर: यूपी के मेरठ में नीले ड्रम और मेघालय हनीमून ट्रिप के खूनी खेल की चर्चाओं के बीच आए दिन पत्नी प्रताड़ित पतियों के किस्से सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सोमवार को कानपुर में उजागर हुआ है।
यहां पति अपनी पत्नी और उसके सपा नेता प्रेमी से दो बार बुरी तरह पिटने के बाद अपना ही घर छोड़ कर भाग गया। जान बचाने के लिए वह अपनी मां और भाई के साथ रह रहा है। उसे डर है कि कभी भी उसकी हत्या हो सकती है। सोमवार को वह पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचा। वहां डीसीपी से जान बचाने की फरियाद की। उसने कहा, सर.. पत्नी का सपा नेता से इश्क है। दो बार प्रेमी संग मिलकर बीवी मुझे पीट चुकी है। मेरा हाथ तोड़ दिया, जिसमें प्लेट डलवानी पड़ी। अब पत्नी कह रही है कि पुलिस तेरी कोई मदद नहीं करेगी। अब तुझे पीटूंगी नहीं, मरवा ही डालूंगी। उधर, दो मुकदमे दर्ज होने के बाद भी पनकी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।
पूरी पहचान उजागर करने से डर रहे पनकी निवासी आशीष ने बताया कि वह एक कंपनी में पैकिंग ऑपरेटर है। उसकी शादी दिसंबर 2015 में आगरा की एक युवती से हुई थी। वह पनकी के रतनपुर शताब्दी नगर में पत्नी संग रहता था। अप्रैल 2025 को उसे पत्नी के प्रेम संबंधों की जानकारी बड़े डरवाने ढंग हुई। एक दिन अचानक पड़ोस में रहने वाला सपा नेता मेरे घर में घुस आया और मेरी पत्नी की तरफ इशारा करके बोला- ये अब मेरी है। बेटी भी तेरी नहीं मेरी ही है। मैंने विरोध किया तो पत्नी भी उसी के साथ खड़ी हो गई। मुझ पर दोनों हमला कर दिया और बुरी तरह मारा। यह घटना आसपास के तमाम लोगों ने देखी।
25 अप्रैल को भी पत्नी ने प्रेमी को घर बुलाकर मुझे जमकर पिटवाया। सपा नेता का एक दोस्त भी साथ था। पनकी पुलिस ने मुझे इंसाफ दिलाने की जगह दोनों पक्षों पर 151 की कार्रवाई की। उसे सीओ कार्यालय से जमानत मिल गई। इस घटना के बाद 16 मई को जब मैं काम से लौटकर घर आ रहा था तो पनकी नहर के पास सपा नेता और उसके दोस्तों ने घेर लिया। रॉड व डंडों से हमला कर दिया। मुझे बहुत चोटें आईं। दाहिना हाथ टूट गया। सर्जरी कर हाथ में प्लेट डाली गई। इलाज के लिए 12 दिन उर्सला अस्पताल में भर्ती रहा। तब से जान की सलामती के लिए घर छोड़ दिया। अब मां और भाई के साथ रह रहा हूं। दो मुकदमे दर्ज होने के बाद भी पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है। थाने जाऊं तो पुलिस भगा देती है।
डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है। पहले इस मामले में मारपीट हुई थी, जिसका मुकदमा दर्ज किया गया है। अब जान से मारने की धमकी मिल रही है, तो जांच होगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।