नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर में मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट अब खुले तौर पर सामने आ गई है। भारतीय सेना की शक्ति और रणनीतिक सफलता से तिलमिलाए पाकिस्तान ने अब सोशल मीडिया पर झूठ और भ्रम फैलाने का अभियान शुरू कर दिया है। हाल ही में पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा हैंडल्स द्वारा भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान का एक एआई जनरेटेड फेक वीडियो जारी किया गया है, जिसमें उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना पर राजनीतिक टिप्पणी करते हुए दिखाया गया है।
इस फर्जी वीडियो में सीडीएस अनिल चौहान के नाम से यह कहा गया है कि “बीजेपी चुनाव हार रही है, इसलिए वह भारतीय सेना का इस्तेमाल कर रही है।” इतना ही नहीं, वीडियो में यह भी दावा किया गया कि उन्होंने भारतीय सेना के “भगवाकरण” का विरोध किया है। जबकि हकीकत यह है कि सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया।
भारत सरकार की प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने इस वीडियो की सच्चाई सामने लाते हुए बताया कि यह पूरी तरह एआई से जनरेटेड और झूठा वीडियो है। जांच में सामने आया कि जिस वीडियो का इस्तेमाल प्रोपेगेंडा के लिए किया गया, वह दरअसल 9 नवंबर का चंडीगढ़ का असली वीडियो है, जब जनरल अनिल चौहान एक सैन्य कार्यक्रम में शामिल हुए थे। पाकिस्तान समर्थित हैंडल्स ने उसी वीडियो की आवाज बदलकर गलत संदेश फैलाने की कोशिश की।
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ इस तरह की दुष्प्रचार मुहिम चलाई हो। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी पाकिस्तान के सरकारी सोशल मीडिया अकाउंट्स से कई फेक वीडियो जारी किए गए थे। एक वीडियो में तो यहां तक दावा किया गया कि पाकिस्तान ने भारत के राफेल लड़ाकू विमान को मार गिराया है। हालांकि बाद में फैक्ट चेक में यह भी पूरी तरह फर्जी और मनगढ़ंत निकला।






