प्रतापगढ़: आगामी दिवाली त्योहार से पहले आज सोमवार को प्रतापगढ़ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। स्थानीय प्रशासन और देवसरा पुलिस ने पट्टी-आमापुर मार्ग पर स्थित सपाहाचट गाँव में बंद पड़े एक महिला महाविद्यालय में छापेमारी (raid) करते हुए अवैध पटाखों (illegal firecracker) और विस्फोटक सामग्री का एक बड़ा भंडार बरामद किया है। पुलिस अधिकारियों ने लगभग 47 लाख रुपये मूल्य के पटाखे जब्त किए और महाविद्यालय की प्रधानाचार्या सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए लोगों में महाविद्यालय की प्रधानाचार्या आद्या प्रसाद सिंह, पटाखा व्यापारी मदीना बेगम और उनके दो बेटे सलमान सिद्दीकी और सैफ शामिल हैं। एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, एसडीएम पूर्णेंद्र मिश्रा, क्षेत्राधिकारी मनोज रघुवंशी, पट्टी थाना प्रभारी अभिषेक सिरोही और देवसरा थाना प्रभारी विजेंद्र कुमार ने बंद पड़े सुखराज सिंह महिला महाविद्यालय के एक कमरे में छापा मारा।
अंदर घुसने पर, उन्होंने पाया कि न केवल बड़ी मात्रा में पटाखे रखे जा रहे थे, बल्कि कुछ पटाखे सक्रिय रूप से बनाए भी जा रहे थे। पुलिस के पहुँचते ही मज़दूरों ने भागने की कोशिश की। दो महिलाओं और पाँच पुरुषों को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। शुरुआती जाँच के अनुसार, कॉलेज कुछ समय से बंद था। लगभग एक साल पहले, पट्टी की मदीना नाम की एक महिला ने वहाँ रहने के लिए एक कमरा किराए पर लिया था। उसके बेटे, सलमान ने बाद में उस जगह का इस्तेमाल अवैध रूप से पटाखे बनाने और भंडारण के लिए करना शुरू कर दिया।
छापेमारी के दौरान, पुलिस को सुतली बम, मिर्ची बम और रॉकेट समेत कई तरह की विस्फोटक सामग्री और कच्चे विस्फोटक पदार्थ मिले। यह पता चला है कि मदीना के पास पटाखा निर्माण का लाइसेंस है, लेकिन असल में यह काम उसका बेटा सलमान अवैध रूप से कर रहा था। किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए, पुलिस बरामद विस्फोटकों पर पानी का छिड़काव करके उन्हें निष्क्रिय कर रही है। अग्निशमन अधिकारियों को भी मौके पर तैनात किया गया है। पुलिस अधीक्षक दीपक भुकर ने कॉलेज परिसर में एक अवैध पटाखा निर्माण इकाई के चलने की पुष्टि की है।