– तस्वीरें बदल गईं, जिम्मेदारियाँ बढ़ गईं, लेकिन नहीं बदली गरीबों के प्रति चिंता और सेवा का संकल्प
शरद कटियार
लखनऊ। समय बदलता है, जिम्मेदारियाँ बढ़ती हैं, पर कुछ व्यक्तित्व ऐसे होते हैं जिनकी मूल भावना कभी नहीं बदलती। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक दुर्लभ पुरानी तस्वीर आज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वह एक सामान्य व्यक्ति की तरह सादगीपूर्ण वस्त्रों में ऑटो में बैठे हैं। यह तस्वीर केवल एक फोटो नहीं, बल्कि उस तपस्वी जीवन की झलक है जो हमेशा गरीबों, पीड़ितों और वंचितों की चिंता में रमा रहा।
गेरुए वस्त्र, गले में रुद्राक्ष की माला और चेहरे पर आत्मविश्वास — यह केवल साधु की छवि नहीं, बल्कि एक ऐसे जननेता की पहचान है, जो अपनी आध्यात्मिक साधना को जनसेवा के मार्ग में परिवर्तित कर चुका है।
योगी आदित्यनाथ ने सत्ता को कभी भोग का माध्यम नहीं, बल्कि सेवा का अवसर माना। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उन्होंने कभी अपनी सादगी नहीं छोड़ी। राजकीय आवास में भले ही पद की गरिमा हो, लेकिन उनका दैनिक जीवन आज भी संयम, तप और अनुशासन का उदाहरण है।
उनकी नीतियों का केंद्र हमेशा गरीब, किसान, श्रमिक और वंचित वर्ग रहा है। आयुष्मान योजना हो या मुफ्त राशन वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना हो या छात्रवृत्तियाँ— योगी सरकार की हर योजना में सबसे पहले वही लोग आते हैं जिन्हें वर्षों से सिस्टम ने नजरअंदाज किया।
मठ से मुख्यमंत्री तक: सेवा की एक ही लकीर
गोरखनाथ मठ के महंत रहते हुए भी योगी आदित्यनाथ ने रात-बिरात गाँवों का दौरा कर लोगों की पीड़ा को समझा। किसी बीमार को अस्पताल पहुंचाना हो या किसी की बेटी की शादी में मदद करनी हो, योगी हर समय लोगों के साथ खड़े नजर आए।
यह वही सोच है जो आज उत्तर प्रदेश के शासन तंत्र में झलकती है— “सत्ता नहीं, सेवा।”
योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह अपराध और अराजकता पर जितना कठोर रुख अपनाते हैं, उतने ही संवेदनशील हैं वह पीड़ितों और जरूरतमंदों के लिए। यूपी में माफिया राज का अंत कर ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति लागू करना इसी प्रतिबद्धता का उदाहरण है। वहीं, दूसरी ओर वह खुद अपने हाथों से दिव्यांगों को ट्राई साइकिल बांटते हैं, गरीब बच्चों को स्कूल बैग और यूनिफॉर्म वितरित करते हैं।
जिस युवक ने कभी ऑटो में सफर करते हुए समाज सेवा का सपना देखा था, वह आज उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य की कमान संभाल रहा है। पर वह जज़्बा, वह करुणा, वह सेवा की भावना आज भी जीवित है — पहले भी गरीबों की चिंता थी, आज भी है; पहले भी सादगी थी, आज भी है।
उत्तर प्रदेश की करोड़ों जनता का विश्वास योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली और नीयत दोनों में है। उनकी सादगी, ईमानदारी और मजबूत नेतृत्व ने उन्हें जन-जन का नेता बना दिया है। योगी आदित्यनाथ आज सिर्फ एक मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि उन करोड़ों लोगों की उम्मीद हैं जो व्यवस्था से न्याय और विकास की आस लगाए बैठे हैं।