– ग्रामीणों की मांग पर हुआ जीर्णोद्धार, 1942 की विरासत को मिलेगा नया जीवन
फर्रुखाबाद, अमृतपुर। अंग्रेजी हुकूमत के दौरान स्थापित हुई अमृतपुर की ऐतिहासिक पुलिस चौकी एक बार फिर से अपनी पुरानी गरिमा में लौटने को तैयार है। पुलिस विभाग द्वारा चौकी भवन का जीर्णोद्धार कर नव निर्माण पूर्ण कर लिया गया है, लेकिन यह भवन अभी भी लोकार्पण के इंतजार में बंद पड़ा है। करीब 80 वर्षों पुरानी इस पुलिस चौकी की वापसी को लेकर स्थानीय जनता में उम्मीद और उत्साह का माहौल है।
जानकारी के अनुसार, सन् 1942 में स्थापित हुई यह पुलिस चौकी अमृतपुर क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था की रीढ़ रही थी। सन् 1990 में जब अमृतपुर में थाना स्थापित हुआ, तब यह चौकी बंद कर दी गई और भवन धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील हो गया। लेकिन ग्रामीणों की लगातार मांग और पहल के बाद पुलिस विभाग ने चौकी की जमीन की पैमाइश कराकर, बाउंड्री वॉल और नया भवन तैयार करवाया।
फिलहाल अमृतपुर पुलिस चौकी अस्थाई रूप से तहसील परिसर में बने आवासों से संचालित हो रही है। नव निर्मित भवन तैयार हो चुका है, परंतु अब तक उसका औपचारिक उद्घाटन नहीं हो पाया। उल्लेखनीय है कि पूर्व में उद्घाटन की तिथि तय होने के बावजूद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी की अनुपस्थिति के कारण कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा था।
स्थानीय लोगों की मांग है कि अब जबकि भवन पूरी तरह तैयार है, तो इसका शीघ्र लोकार्पण कराकर पुलिस चौकी को अपने स्थायी भवन में स्थानांतरित कर दिया जाए। ग्रामीणों का मानना है कि इससे न सिर्फ पुलिस कार्यप्रणाली में पारदर्शिता आएगी, बल्कि न्याय की पहुंच भी आमजन तक और बेहतर होगी।
इस संबंध में क्षेत्र के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. पी.डी. शुक्ला ने कहा, “चौकी का नए भवन में संचालन न केवल सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी है, बल्कि यह हमारी ऐतिहासिक विरासत को जीवंत रखने की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम है। प्रशासन और पुलिस विभाग का यह प्रयास सराहनीय है।”
पुलिस विभाग के अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि नव निर्मित भवन का शीघ्र उद्घाटन कर अमृतपुर पुलिस चौकी को वहां स्थानांतरित किया जाएगा।