फर्रुखाबाद: कोतवाली क्षेत्र के गांव याकूतगंज (Village Yakutganj) में एक युवक के लापता (missing) होने और उसकी हत्या की आशंका को लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। पीड़ित पिता रमेश चंद्र ने एसपी को शिकायती पत्र सौंपते हुए आरोप लगाया कि उनके बेटे सुनील की रंजिश के चलते हत्या कर दी गई है, लेकिन पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही।
शिकायत के अनुसार, रमेश चंद्र के बेटे सुनील ने गांव याकूतगंज में असलम की कबाड़ की दुकान पर काम किया था। कुछ दिन पहले सुनील ने एक कांटा मलिक नामक व्यक्ति को भेजा था, जिसकी जानकारी उसने मालिक असलम के बेटे मलिक को दे दी। इस बात को लेकर मलिक नाराज हो गया और उसी रंजिश में मलिक व सोरिस (पुत्र असलम) ने सुनील के साथ मारपीट की थी।
पीड़ित पिता के अनुसार, मारपीट के कुछ दिन बाद ही सुनील अचानक लापता हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि मलिक और सोरिस ने उनके बेटे की हत्या कर शव को गायब कर दिया है। पुलिस को सूचना देने के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की गई, जिससे आक्रोशित परिजनों ने कोतवाली पहुंचकर हंगामा किया।
इस दौरान परिजनों ने इंस्पेक्टर सतप्रकाश पर आरोप लगाया कि उन्होंने मामले को गंभीरता से न लेते हुए आरोपी सुरेश को सिर्फ शांति भंग में चालान कर छोड़ दिया। पीड़ितों का कहना है कि फतेहगढ़ कोतवाली में तीन आरोपी बंद थे, लेकिन एक को मामूली धारा में चालान कर रिहा कर दिया गया।
पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एसपी से न्याय की गुहार लगाई है और मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और पीड़ित परिवार को न्याय कब तक मिल पाता है। ग्रामीणों में भी इस घटना को लेकर आक्रोश का माहौल बना हुआ है।