लखनऊ। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) ने शनिवार सुबह वर्चुअल समीक्षा बैठक के माध्यम से नगर विकास विभाग के अधिकारियों और निकाय प्रमुखों के साथ नगरीय व्यवस्थाओं और स्वच्छता कार्यों की समीक्षा की। बैठक में लगभग 1,000 अधिकारी जुड़े।
मंत्री ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत तैयारियों को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सभी नगरीय निकायों से महाकुंभ क्षेत्र को दिव्य, अलौकिक और अद्वितीय बनाने का आह्वान किया। साथ ही, उन्होंने निराश्रित और जरूरतमंद लोगों के लिए ठंड से बचाव के विशेष इंतजाम करने पर जोर दिया। नगर की मुख्य सड़कों और गलियों में नियमित सफाई और जल निकासी सुनिश्चित की जाएगी।
शहर की सभी स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त किया जाएगा।कहीं भी गड्ढे, गंदगी या मलबा नहीं दिखेगा।प्रयागराज और महाकुंभ क्षेत्र में सिंगल-यूज प्लास्टिक का पूरी तरह से उपयोग बंद करने के निर्देश दिए गए।
व्यापारिक संगठनों और स्थानीय निवासियों से अपने प्रतिष्ठानों को सजाने और रोशन करने का अनुरोध किया गया।
जरूरतमंदों के लिए आश्रय स्थलों में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। रेलवे स्टेशन और बस स्टेशनों पर अस्थाई शेल्टर होम बनाए जाएंगे। सफाईकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रमुख स्थानों पर अलाव की व्यवस्था होगी।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा, “महाकुंभ में देश-विदेश से 40-45 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में प्रयागराज को आधुनिकता, स्वच्छता और सौंदर्य का आदर्श बनाना होगा। यह आयोजन यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में मान्यता प्राप्त होने के कारण विश्व स्तर पर देखा जाएगा।”
उन्होंने सभी नगर निकायों को महाकुंभ के लिए पूरी संवेदनशीलता और तत्परता से कार्य करने का निर्देश दिया। बैठक में प्रदेश के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों, जैसे काशी, अयोध्या, चित्रकूट और विंध्याचल के सौंदर्यीकरण की भी समीक्षा की गई।